माओवादी भीम सोरेन ने किया आत्मसमर्पण
विभिन्न माओवादी गतिविधियों समेत कुल 11 मामलों में वांछित पश्चिम मेदिनीपुर
संवाद सूत्र, मेदिनीपुर : विभिन्न माओवादी गतिविधियों समेत कुल 11 मामलों में वांछित पश्चिम मेदिनीपुर जिले के मेदिनीपुर कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत चिलगोड़ा गांव निवासी भीम सोरेन ने मंगलवार की शाम पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आत्मसमर्पण कर दिया। इस मौके पर पश्चिम मेदिनीपुर की आरक्षी अधीक्षक भारती घोष के साथ पड़ोसी राज्य झारखंड के ग्रामीण एसपी (पूर्वी ¨सहभूम) अनुरंजन किसपोत्ता भी मुख्य रूप से मौजूद रहे।
भीम सोरेन ने अपनी एकनली बंदूक व दस राउंड कारतूस द्वय पुलिस अधिकारियों को सौंपते हुए आत्मसमर्पण किया। मीडिया को संबोधित करते हुए एसपी भारती घोष ने कहा कि भीम सोरेन के खिलाफ विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में कुल 11 मामले दर्ज हैं। इसमें से दो मामले पूर्वी ¨सहभूम में दर्ज होने के कारण वहां के आरक्षी अधीक्षक को भी आत्मसमर्पण के मौके पर आमंत्रित किया गया। इसके अलावा भीम सोरेन के खिलाफ यूएलपीए के तहत तीन मामले दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों की भांति प्रदेश सरकार की ओर से भीम सोरेन को भी राहत पैकेज मिल सकेगा या नहीं इस पर विचार किया जा रहा है।
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माओवादी नेता आकाश व विकास के साथ दिया था गतिविधियों को अंजाम
आत्मसमर्पण के पश्चात मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में भीम सोरेन ने कहा कि 2009 में माओवादी लश्कर में शामिल होने के लिए उसने स्थानीय माओवादी नेता आकाश व विकास के साथ संपर्क किया था। कुछ ही दिनों में वह दोनों माओवादी नेताओं का चहेता बन गया। बेलपहाड़ी बारुदी सुरंग विस्फोट के साथ उसने विभिन्न गतिविधियों को अंजाम दिया था। भीम सोरेन ने कहा कि हाल के कुछ वर्षों में माओवादी एकता भंग होने के कारण उसे इधर-उधर भटकने के लिए मजबूर होना पड़ा था। पिछले कुछ वर्षों से लगातार भटकने के कारण उसे यह जीवन रास नहीं आ रहा था। इसीलिए उसने आत्मसमर्पण करने का मन बनाया।