ड्रोन की मदद से शुरू हुई बाघ की तलाश
पड़ोसी जनपद झाड़ग्राम व पश्चिम मेदिनीपुर जिले के जंगलों में घूम रहे र
संवाद सूत्र, मेदिनीपुर : पड़ोसी जनपद झाड़ग्राम व पश्चिम मेदिनीपुर जिले के जंगलों में घूम रहे रॉयल बंगाल टाइगर को पकड़ने के लिए गुरुवार को वन विभाग ने ड्रोन कैमरे का सहारा लिया। हालांकि अंधकार शुरू होने से पहले तक चले इस अभियान में सफलता नहीं मिल सकी। शुक्रवार को एक बार फिर ड्रोन की मदद से बाघ की तलाश शुरू की जाएगी।
बताते चलें कि पड़ोसी जनपद झाड़ग्राम के लालगढ़ से होते हुए रॉयल बंगाल टाइगर ने बुधवार को पश्चिम मेदिनीपुर जिले के मेदिनीपुर सदर प्रखंड अंतर्गत मूढ़ाकाटा गांव में अपनी दस्तक दे दी थी। जिला मुख्यालय से महज पांच किमी दूर बुधवार की सुबह गांव के कच्चे रास्ते पर बाघ के पदचिह्न मिलने के बाद इलाके में उत्तेजना व्याप्त हो गई। हालांकि बाघ का अब तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। इधर वन विभाग का मानना है कि मूढ़ाकाटा से बाघ वापस लालगढ़ के रास्ते पर लौट गया है। इस अनुमान के आधार पर ही गुरुवार को लालगढ़ के जंगलों में ड्रोन कैमरे की मदद से तलाशी अभियान चलाया गया, जिसमें वन विभाग के साथ में सीआरपीएफ व स्थानीय पुलिस ने भी सहयोग किया। हालांकि लंबी कवायद के बावजूद बाघ के निशान नहीं मिल सके। मेदिनीपुर डिवीजन के डीएफओ आरएन साहा ने कहा कि बाघ को पकड़ने के लिए विभाग की ओर से हर संभव प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही हमें सफलता मिलेगी।