Move to Jagran APP

मालदा मेडिकल कॉलेज में बुखार से तीन बच्चों की मौत, 10 की हालत गंभीर

कैचवर्ड आतंक -एक बेड पर चार बच्चों का इलाज करने का आरोप -शिशु विभाग में 164 बच्चे भती

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Sep 2021 09:29 PM (IST)Updated: Thu, 16 Sep 2021 09:29 PM (IST)
मालदा मेडिकल कॉलेज में बुखार से तीन बच्चों की मौत, 10 की हालत गंभीर
मालदा मेडिकल कॉलेज में बुखार से तीन बच्चों की मौत, 10 की हालत गंभीर

कैचवर्ड : आतंक

loksabha election banner

-एक बेड पर चार बच्चों का इलाज करने का आरोप

-शिशु विभाग में 164 बच्चे भर्ती, बनाई गयी शिशु विशेषज्ञ की टीम : डॉ. पार्थ प्रतिम मुखर्जी

-सभी बच्चों में सर्दी,खांसी व सांस में लेने में तकलीफ होने के लक्षण

-

संवाद सूत्र,मालदा: जलपाईगुड़ी के बाद अब मालदा मेडिकल कॉलेज में भी अज्ञात बुखार से बीमार होने वाले बच्चों की संख्या बढ़ रही है। पिछले 24 घंटे के भीतर तीन बच्चों की मौत से अस्पताल परिसर में हलचल मची है। चारों तरफ रूदन की आवाज सुनाई पड़ रही। मां-पिता बच्चों की मौत पर दहाड़ मार कर रो रहें है। कोई पछाड़ खाकर गिर रहा है। परिजनों ने इस मौत के लिए मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की चिकित्सकीय लापरवाही का आरोप लगाया है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन का कहना है कि बच्चों की मौत के कारणों की जांच की जा रही है।

मेडिकल कॉलेज के सूत्रों ने बताया कि गुरुवार को हुए मृतक बच्चे का नाम मंगल डोम (08) है। वह बुधवार को बुखार, सर्दी व सांस की तकलीफ की शिकायत के कारण भर्ती हुआ था। मृतक मालदा शहर के बालुचर इलाके का बताया गया है। मृतक के पिता अक्षय डोम ने बताया कि मेरे बच्चे का ठीक से इलाज नहीं किया गया। एक बेड पर चार-चार बच्चों को रखा जा रहा है। ऐसी स्थिति में किस तरह से इलाज होता होगा, आप सोच सकते है। गाय-बकरी की तरह शिशु वार्ड में सैकड़ों बीमार बच्चे भरे हुए है। बुधवार रात को मैंने अपने बच्चे को अस्पताल में भर्ती करवाया था। उसकी हालत खराब थी। लेकिन कोई चिकित्सक उसे देख नहीं रहा था। इसके कारण आज सुबह मेरे बच्चे ने दम तोड़ दिया।

मालदा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. पार्थ प्रतिम मुखर्जी ने बताया कि पिछले 24 घंटे के भीतर तीन बच्चों की मौत हुई है। बच्चों की मौत को लेकर शिशु विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम बनाई गयी है। अभी भी अस्पताल में करीब 60 बच्चे सर्दी-बुखार के कारण भर्ती है। मौसम परिवर्तन के कारण बच्चों में ऐसे लक्षण देखे जा रहे है। पेडियेट्रीक विभाग की प्रधान चिकित्सक डॉ. सुषमा साव ने बताया कि अभी तक शिशु विभाग में 164 बच्चे भर्ती है, जिसमें 10 की हालत गंभीर है। जिन बच्चों की मौत हुई, उन्हें गंभीर हालत में भर्ती कराया गया था। बुखार को लेकर अभिभावक आतंकित न होवे।

कैप्शन : बच्चे की मौत पर बिलखती मां व परिजन


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.