बुआ का पीएम और भतीजे का सीएम बनने का टूटेगा सपना : दिलीप घोष
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने मालदा में कहा कि वर्ष 2019 में बुआ ममता बनर्जी का प्रधानमंत्री और भतीजा अभिषेक बनर्जी का मुख्यमंत्री बनने का सपना टूटेगा।
- जिला प्रशासनिक भवन के सामने भाजपा ने किया कानून तोड़ो आंदोलन
- पुलिस के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं की धक्कामुक्की
मालदा [संवाद सूत्र]। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने मालदा में कहा कि वर्ष 2019 में बुआ ममता बनर्जी का प्रधानमंत्री और भतीजा अभिषेक बनर्जी का मुख्यमंत्री बनने का सपना टूटेगा। जनता इनको बाहर का रास्ता दिखायेगी। वे भाजपा की ओर से जिला प्रशासनिक भवन के समझ कानून तोड़ो आंदोलन के पहले पुरातन मालदा के स्टेशन के पास कार्यकर्ता सम्मेलन में बोल रहे थे।
कानून तोड़ो आंदोलन में भाजपा के हजारों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर फिर निजी मुचलके पर छोड़ दिया। इस दौरान पुलिस के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं की झड़प भी हुई। पुलिस को लाठी चार्ज भी करना पड़ा।
कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा के राज्य अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि शारदा का पैसा बंद हो गया तो तृणमूल कांग्रेस गाय तस्करी करा कर पैसे कमा रही है। हमारा मुंह बंद करने का प्रयास किया जा रहा है। हमें झूठे मामले में फंसाया जा रहा है।
भाजपा के मंच पर पुरातन मालदा के पूर्व सीपीएम पार्षद अतुल चंद्र सरकार को देखा गया। साथ ही विभिन्न ट्रेड यूनियन के कार्यकर्ता व तृणमूल के सक्रिय नेता भी भाजपा की सभा में देखे गए। भाजपा अध्यक्ष ने आगे बताया कि हम जानते है कि भाजपा जब सभा करती है तो उसे अनुमति नहीं मिलती। उनपर लाठी चार्ज किया जाता है। महिलाओं को भी नहीं छोड़ा जाता। सभी पर गैर जमानतीय धाराओं के तहत केस लगाए जाते हैं। दिसंबर महीने में 15 नगरपालिकाओं में चुनाव था, लेकिन नहीं कराया गया।
सभी जानते है निष्पक्ष चुनाव होने से कोई तृणमूल को वोट नहीं देगा। यदि जीतना है तो पंचायत चुनाव की तरह खून बहाना होगा। यहां दादागीरी करके चुनाव होता है। लोकसभा चुनाव में केंद्रीय बल तैनात होगा। इसलिए चिंता की बात नहीं है। दीदी के लोग रंगदारी, तस्करी, अपहरण जैसे आपराधिक घटनाओं में संलिप्त है, लेकिन उनके खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं होती।
जिला के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दीपक सरकार ने बताया कि कानून तोडऩे के अपराध में सभी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। सभी को फिर बगैर शर्त जमानत पर छोड़ दिया गया।