पुलिस पर लगा शिकायतकर्ता का बयान बदलने का आरोप
मालदा जिले के पुकुरिया आउटपोस्ट के पुलिस के खिलाफ शिकायतकर्ता का बयान बदलने का आरोप लगा है। न्याय की आस में पीड़ित परिवार अदालत पहुंचा है।
By Edited By: Published: Sun, 16 Dec 2018 04:08 PM (IST)Updated: Sun, 16 Dec 2018 04:21 PM (IST)
मालदा [संवादसूत्र]। मालदा जिले के पुकुरिया आउटपोस्ट पुलिस के खिलाफ शिकायतकर्ता का बयान बदलने का आरोप लगा है। इस घटना से मालदा जिला पुलिस मुश्किल में पड़ गई है।
पीड़ित परिवार ने आरोपित को उचित सजा देने के लिए अदालत से गुहार लगाई है। साथ ही घटना की सीबीआइ जांच की मांग की है। उल्लेखनीय है कि विगत पांच मई को पंचायत चुनाव के दौरान पुकुरिया आउटपोस्ट के कुमारगंज इलाके में राजनीतिक संघर्ष के दौरान तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता नयन मंडल की मौत हो गई थी। मृतक की मां तापसी मंडल व उसके भाई ज्योति मंडल ने स्थानीय टीएमसी नेता मोहब्बत अली के नेतृत्व में नयन को गोली मारकर हत्या किए जाने संबंधी शिकायत पुकुरिया आउटपोस्ट में दर्ज कराई थी।
मृतक के परिजनों का कहना है कि पुलिस के अधिकारियों ने एक सफेद पन्ने पर उनका हस्ताक्षर लिया था। इसके बाद पुलिस ने अपने मन से आरोपित की सूची में कुछ निर्दोष लोगों का नाम डाल कर शिकायत पत्र तैयार किया। नयन के भाई ज्योति मंडल का कहना है कि तृणमूल नेता मोहब्बत को बचाने के लिए पुलिस ने इलाके के निर्दोष लोगों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज कर दिए। पुलिस ने 21 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। बाद में सभी को जमानत पर रिहाई मिली, लेकिन नयन की हत्या का मुख्य आरोपी अभी भी खुलेआम घूम रहा है। न्याय की आस में नयन का परिवार हाईकोर्ट पहुंचा है। पीड़ित परिवार की ओर से घटना की सीबीआइ जांच की मांग की जा रही है। उनका कहना है कि पुलिस उनकी बात नहीं सुन रही है। दूसरी ओर, घटना के आरोपित मोहब्बत अली ने खुद पर लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस निष्पक्ष जांच कर रही है। पुलिस में उन्हें आस्था है। इस मामले में पुकुरिया आउटपोस्ट व मालदा जिला पुलिस का कोई बयान नहीं मिल पाया है।
पीड़ित परिवार ने आरोपित को उचित सजा देने के लिए अदालत से गुहार लगाई है। साथ ही घटना की सीबीआइ जांच की मांग की है। उल्लेखनीय है कि विगत पांच मई को पंचायत चुनाव के दौरान पुकुरिया आउटपोस्ट के कुमारगंज इलाके में राजनीतिक संघर्ष के दौरान तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता नयन मंडल की मौत हो गई थी। मृतक की मां तापसी मंडल व उसके भाई ज्योति मंडल ने स्थानीय टीएमसी नेता मोहब्बत अली के नेतृत्व में नयन को गोली मारकर हत्या किए जाने संबंधी शिकायत पुकुरिया आउटपोस्ट में दर्ज कराई थी।
मृतक के परिजनों का कहना है कि पुलिस के अधिकारियों ने एक सफेद पन्ने पर उनका हस्ताक्षर लिया था। इसके बाद पुलिस ने अपने मन से आरोपित की सूची में कुछ निर्दोष लोगों का नाम डाल कर शिकायत पत्र तैयार किया। नयन के भाई ज्योति मंडल का कहना है कि तृणमूल नेता मोहब्बत को बचाने के लिए पुलिस ने इलाके के निर्दोष लोगों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज कर दिए। पुलिस ने 21 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। बाद में सभी को जमानत पर रिहाई मिली, लेकिन नयन की हत्या का मुख्य आरोपी अभी भी खुलेआम घूम रहा है। न्याय की आस में नयन का परिवार हाईकोर्ट पहुंचा है। पीड़ित परिवार की ओर से घटना की सीबीआइ जांच की मांग की जा रही है। उनका कहना है कि पुलिस उनकी बात नहीं सुन रही है। दूसरी ओर, घटना के आरोपित मोहब्बत अली ने खुद पर लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस निष्पक्ष जांच कर रही है। पुलिस में उन्हें आस्था है। इस मामले में पुकुरिया आउटपोस्ट व मालदा जिला पुलिस का कोई बयान नहीं मिल पाया है।
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