विचाराधीन कैदियों में कोरोना को लेकर भय
-नियमित होती है कैदियों का स्वास्थ्य जांच -कैदियों को मास्क देने की अभी कोई व्यवस्था नह
-नियमित होती है कैदियों का स्वास्थ्य जांच
-कैदियों को मास्क देने की अभी कोई व्यवस्था नहीं
-संशोधनागार में 270 कैदियों की व्यवस्था, लेकिन एक हजार से अधिक कैदी को बंद करके रखा गया है
संवाद सूत्र,मालदा: कोरोना को लेकर राज्य सरकार की ओर से स्कूल-कॉलेज को बंद करवा दिया गया है। लोग मास्क पहनकर घर से निकल रहें है। एक जगह भीड़ करने के लिए मना किया गया है। इसके बावजूद संशोधनागार में विचाराधीन कैदियों के लिए किसी तरह की सुविधा मुहैया नहीं कराई गयी है। यहां तक उनके लिए मास्क तक उपलब्ध नहीं है। मालदा जिले के संशोधनागार में 270 कैदियों को रखने की व्यवस्था है। लेकिन वर्तमान में एक हजार कैदी है। विभिन्न मामलों में रोजाना 10 से 15 नये कैदी आते है। उन्हें ठुंस-ठुंस के रखा जा रहा है। मानवाधिकार संगठन की ओर से जेल में कैदियों की बुयिनादी व्यवस्था दुरूस्त करने की मांग उठायी है। कैदियों को सेंट्रल जेल में भेजने की बात की जा रही है। जिला संशोधनागार के एक अधिकारी ने बताया कि कोरोना को लेकर संशोधनागार के पुलिसकर्मी, अधिकारी आदि में आतंक है।