दो हजार, पांच सौ के बाद अब दौ सौ और पचास के जाली नोट बरामद
-देश में सबसे पहले मालदा में पकड़ा गया दो सौ और पचास का जाली नोट -पुलिस ने दो जाली नो
-देश में सबसे पहले मालदा में पकड़ा गया दो सौ और पचास का जाली नोट
-पुलिस ने दो जाली नोट तस्करों को किया गिरफ्तार
-तस्करों के पास से एक लाख 70 हजार का जाली नोट बरामद
-मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर का रहने वाला है तस्कर राजा सिंह पाल
-पाकिस्तान से बांग्लादेश होकर भारत में प्रवेश करता है जाली नोट
संवाद सूत्र, मालदा : अभी तक जाली नोट केवल पांच सौ और दो सौ के मिलते थे। लेकिन देश में सबसे पहला मालदा में दो सौ और पचास रुपये के जाली नोट बरामद हुआ। गुरुवार देर रात को विशेष अभियान चलाकर मालदा शहर के झलझलिया से दो जाली नोट तस्कर को गिरफ्तार किया गया। तस्करों के पास से एक लाख 70 हजार का जाली नोट बरामद किया गया। तस्कर राजा सिंह पाल मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर का रहने वाला है, वहीं दूसरा तस्कर कफिकुल शेख मालदा के वैष्णव नगर थाना के भारत-बांग्लादेश के सीमावर्ती क्षेत्र शब्दलपुर अंचल के मोहनपुर गांव का निवासी है।
मालदा जिला के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दीपक सरकार ने बताया कि जाली नोट तस्कर कफिकुल ने भारत-बांग्लादेश के सीमावर्ती क्षेत्र से बरामद किया था। मध्यप्रदेश के जाली नोट तस्कर के मार्फत यह नोट महाराष्ट्र में तस्करी करने की योजना थी। दोनों आरोपितों को मालदा जिला अदालत में पेश किया गया। नोटबंदी के बाद से सबसे पहले दो हजार का जाली नोट मालदा से बरामद हुआ था। पहली बार देश में 50 व 200 रूपये का जाली नोट बरामद हुआ। जाली नोट पाकिस्तान से होकर बांग्लादेश व बांग्लादेश से चोरी-छिपे भारत में प्रवेश करता है। मुर्शिदाबाद से सबसे अधिक जाली नोट बांग्लादेश से भारत में आता है।
कैप्शन : 1.बरामद जाली नोट 2. गिरफ्तार जाली नोट तस्कर