Move to Jagran APP

ममता सरकार की मंजूरी के बिना ही कोलकाता में टैक्सी संगठन ने खुद से बढ़ा लिया किराया

ममता सरकार की मंजूरी के बिना ही कोलकाता में टैक्सी संगठन ने खुद से बढ़ा लिया किरायाटैक्सी का न्यूनतम किराया 30 से बढ़ाकर किया 50 रुपये

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 03:19 PM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 03:24 PM (IST)
ममता सरकार की मंजूरी के बिना ही कोलकाता में टैक्सी संगठन ने खुद से बढ़ा लिया किराया

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। ममता सरकार के किराया बढ़ाने से इन्कार करने पर बस मालिकों की राह पर चलते हुए बंगाल टैक्सी एसोसिएशन ने भी खुद से किराया बढ़ा लिया है। उन्होंने टैक्सी का न्यूनतम किराया 30 से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया है यानी टैक्सी पर चढ़ते ही अब पहले दो किलोमीटर के लिए 50 रुपये देने होंगे। उसके बाद प्रति किलोमीटर के लिए 15 के बजाए 25 रुपये का भुगतान करना होगा।

loksabha election banner

टैक्सी मीटर में हालांकि किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है। उसमें शुरुआती दर 30 रुपये ही दिखेगी। बंगाल टैक्सी एसोसिएशन के सचिव विमल गुहा ने बताया-'हमने पहले ही इसकी घोषणा कर दी थी। सरकार किराया नहीं बढ़ा रही तो हमें बाध्य होकर खुद से यह कदम उठाना पड़ा है। हमारा यह कदम जनहित में ही है। इससे यात्रियों को नुकसान नहीं बल्कि फायदा ही होगा। कारण, बहुत से टैक्सी चालक यात्रियों को चढ़ाने पर कम से कम 80 से 90 रुपये लेते थे।वे अब न्यूनतम 50 रुपये ही ले पाएंगे। 'कुछ टैक्सी संगठन हालांकि बंगाल टैक्सी एसोसिएशन के इस कदम के साथ नहीं हैं। इस बारे में विमल गुहा ने कहा कि वे राजनीतिक कारणों से ऐसा कर रहे हैं।

गौरतलब है कि इससे पहले विभिन्न रूटों के बस मालिक भी किराया बढ़ा चुके हैं। वे सात रुपये के न्यूनतम किराए के बदले 10 ले रहे हैं। उसके बाद प्रत्येक चरण में क्रमशः 15 व 20 रुपये लिए जा रहे हैं। दूसरी तरफ परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सरकार की अनुमति के बिना खुद से किराया बढ़ाना गैरकानूनी है। यात्री इसकी शिकायत पुलिस से सकते हैं। इन मामलों में कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.