Naxal leader: कोलकाता में देश भर से जुटेंगे नक्सली नेता, करेंगे मंथन
Naxal leader नक्सली छात्र नेतामानव अधिकार कार्यकर्ता और नागरिक समाज के बहुचर्चित लोगों का जमावड़ा कोलकाता के नेताजी इनडोर स्टेडियम में हो रहा है।
कोलकाता,जेएनएन। बिहार के जहानाबाद में रणवीर सेना के साथ मुकाबला करने वाले नक्सली नेताओं सहित जेएनयू कैंपस में लाल झंडा फहराने वाले नक्सली छात्र नेता,मानव अधिकार कार्यकर्ता और नागरिक समाज के बहुचर्चित लोगों का जमावड़ा कोलकाता के नेताजी इनडोर स्टेडियम में हो रहा है। यहां भाकपा माले अपनी स्थापना की स्वर्ण जयंती मनाएगी। इस मौके पर भाजपा व फासीवादी राजनीति के मुकाबला के लिए रणनीति बनाई जाएगी।
इसी कड़ी के तहत सोमवार को संहति व प्रतिरोध सभा का आयोजन नेताजी इंडोर स्टेडियम में किया गया है।इसी साल चारु मजूमदार की जन्म शतवार्षिकी भी है। बदले हालात में नयी चुनौतियों के साथ इनको अब संघ और भाजपा का मुकाबला करना पड़ रहा है। देश के विभिन्न हिस्सों से आये आदिवासी, अल्पसंख्यक महिला और छात्र-युवा प्रतिनिधि इसमें हिस्सा ले रहे हैं।
इस मौके पर भाजपा व फासीवादी राजनीति के मुकाबला के लिए रणनीति बनायी जायेगी। उल्लेखनीय है कि वर्ष 1969 को शहीद मीनार में एक मई को सभा करके कानू सान्याल ने भाकपा माले की नींव रखी थी। इसके बाद अगले साल बेहला में अंडर ग्राउंड रहते हुए उन्होंने पार्टी का पहला पार्टी कांग्रेस किया था। लंबे पाच दशकों के बाद एक बार फिर कोलकाता में नक्सलपंथी अपने स्थापना की स्वर्ण जयंती मनाने जा रहे हैं।
चारु मजूमदार, कानू सान्याल, सुशीतल राय चौधुरी और सरोज दत्त द्वारा तैयार यह भाकपा माले 1972 के बाद कई बार बंटवारे का शिकार हुआ. सीपीआई (माओवादी) समेत नक्सलपंथियों का एक हिस्सा सशस्त्र जनयुद्द की राह पर निकल पड़ा लेकिन भाकपा माले अपनी विचारधारा के साथ समाज के मुख्यधारा में रहते हुए संसदीय व्यवस्था के तहत लोगों को लामबंद करते हुए नक्सली अलख जगाने में जुटा हुआ है।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप