Bengal Assembly Election 2021 : विस चुनाव में बड़ा मुद्दा बनी बंगाल की अस्मिता
Bengal Assembly Election 2021 भाजपा के हिंदुत्व के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस ने इसे बनाया है चुनावी हथियार। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि तृणमूल वोट पाने को आतुर है। यह चुनाव जीतने का हथकंडा है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की अस्मिता मौजूदा विधानसभा चुनाव में बड़े मुद्दे के रूप में उभरी है। भाजपा के हिंदुत्व के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस ने इसे चुनावी हथियार बनाया है। उसका चुनावी नारा 'बांग्ला निजेर मेये केई चाए (बंगाल अपनी बेटी को ही चाहता है) इसका पुख्ता प्रमाण है। वरिष्ठ तृणमूल नेता सौगत रॉय ने कहा-'हमने पहली बार बंगाल की अस्मिता को अपना चुनावी नारा बनाया है। यह बंगाल में पैदा होने वाले सभी से अपील करता है।
तृणमूल का आरोप निराधार है : घोष
तृणमूल के एक अन्य नेता ने कहा कि विभाजनकारी राजनीति और धार्मिक धु्रवीकरण का क्षेत्रवाद और उप-राष्ट्रवाद से ही मुकाबला किया जा सकता है। दूसरी तरफ बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा-'भाजपा कई राज्यों में सत्ता में है लेकिन कभी किसी भाषा या संस्कृति को थोपने की कोशिश नहीं की। तृणमूल का आरोप निराधार है। तृणमूल के पास वोट मांगने के लिए कोई मुद्दा नहीं है।
बंगाल की अस्मिता से लेना-देना नहीं
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि तृणमूल वोट पाने को आतुर है। उसका बंगाल की अस्मिता से कोई लेना-देना नहीं है। यह चुनाव जीतने का हथकंडा है। सबको पता है कि तृणमूल को बंगालियों और उनके कल्याण की कितनी चिंता है। दूसरी तरफ बंगालियों को साधने के लिए भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर पर पुरस्कार शुरू करने, सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना करने और बांग्ला फिल्मों के महानायक उत्तम कुमार पर फिल्म सिटी के निर्माण का आश्वासन दिया है।