Move to Jagran APP

West Bengal: बीरभूम में तृणमूल छोड़ने वाले एक कार्यकर्ता की पीट-पीटकर कर हत्या

बीरभूम जिले के नानूर में तृणमूल कांग्रेस छोड़ने पर एक युवा कार्यकर्ता की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप तृणमूल कांग्रेस नेताओं पर लगा है। मृतक का नाम बशीर शेख है। परिवार ने आरोप लगाया कि बशीर पहले तृणमूल कांग्रेस से जुड़ा था।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Sat, 03 Sep 2022 06:06 PM (IST)Updated: Sat, 03 Sep 2022 06:06 PM (IST)
नानूर के दो तृणमूल नेताओं पर हत्या का आरोप। सांकेतिक तस्‍वीर।

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बीरभूम जिले के नानूर में तृणमूल कांग्रेस छोड़ने पर एक युवा कार्यकर्ता की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप तृणमूल कांग्रेस नेताओं पर लगा है। मृतक का नाम बशीर शेख है। परिवार ने आरोप लगाया कि बशीर पहले तृणमूल कांग्रेस से जुड़ा था। हालांकि, वह कुछ समय पहले सक्रिय राजनीति से नाता तोड़ लिया था। वह किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़ा हुआ था। आरोप है कि पहले उसे फर्जी चोरी के मामले में फंसाया गया और फिर उसकी पीटकर हत्या कर दी गई। शिकायत मिलने के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है। बता दें कि बीरभूम जिले का तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष बाहुबली अनुब्रत मंडल है। फिलहाल मवेशी तस्करी के मामले में सीबीआइ की गिरफ्तारी के बाद आसनसोल जेल में बंद हैं।

loksabha election banner

प्राप्त जानकारी के अनुसार बशीर शेख नानूर के संतारा गांव का रहने वाला है। परिवार ने आरोप लगाया कि तृणमूल छोड़ने के बाद से उस पर पार्टी के लिए कार्य करने का बार-बार दबाव डाला जा रहा था। बशीर को कई बार झूठे मामले में फंसाया गया था, लेकिन बशीर तृणमूल कांग्रेस में वापसी नहीं की। बशीर के परिवार का कहना है कि गांव के दो तृणमूल नेताओं राजा शेख और खेलान शेख ने शुक्रवार शाम बशीर को बुलाया था। इसके बाद उसे पड़ोसी के घर में चोरी करने के आरोप लगाकर स्थानीय क्लब में बंद कर पीटा गया, जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक का बड़ा भाई नसीम शेख ने कहा कि मेरे भाई की सुनियोजित तरीके से हत्या की गई है।

तृणमूल के स्थानीय नेताओं ने आरोपों से इन्कार किया, उन्होंने कहा कि घटना निजी कारणों से हो सकती है, लेकिन कानून अपना काम करेगा। गौरतलब है कि बशीर के गांव निवासी अब्दुल करीम खान तृणमूल नेता और बीरभूम जिला परिषद प्रमुख हैं। हाल ही में उनका नाम गाय तस्करी मामले में सामने आया है। बताते चलें कि इसी जिले के रामपुरहाट में मार्च में एक तृणमूल नेता की हत्या के बाद दस लोगों को जिंदा जलाकर मार दिया गया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.