West Bengal: बकाया डीए को लेकर आंदोलन कर रहे 47 सरकारी कर्मियों की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन
बंगाल में बकाया महंगाई भत्ते (डीए) के भुगतान की मांग पर आज राज्य सरकार के कर्मचारी संगठन के एक वर्ग द्वारा विधानसभा मार्च में शामिल होने के आरोप में 47 कर्मियों की गिरफ्तारी के विरोध में गुरुवार को संगठन के सदस्यों ने कोलकाता मे बैंकशाल अदालत के बाहर प्रदर्शन किया।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में बकाया महंगाई भत्ते (डीए) के भुगतान की मांग पर बुधवार को राज्य सरकार के कर्मचारी संगठन के एक वर्ग द्वारा विधानसभा मार्च में शामिल होने के आरोप में 47 कर्मियों की गिरफ्तारी के विरोध में गुरुवार को संगठन के सदस्यों ने कोलकाता मे बैंकशाल अदालत के बाहर प्रदर्शन किया। कर्मचारी संगठन ने शांतिपूर्ण आंदोलन में शामिल कर्मचारियों की गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए सभी को तुरंत रिहा करने की मांग की।
सभी 47 कर्मचारियों को बैंकशाल अदालत में पेश किया गया
इससे पहले पुलिस ने गिरफ्तार सभी 47 कर्मचारियों को महानगर के बैंकशाल अदालत में पेश किया और पुलिस रिमांड का अनुरोध किया। उससे पहले कोर्ट के बाहर बड़ी संख्या में पहले से कर्मचारी संगठन के सदस्य इकठ्ठा हो गए और गिरफ्तारी के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान राज्य सरकार व पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इस दौरान उन्होंने मांग की कि गिरफ्तार कर्मचारियों को अविलंब रिहा किया जाए एवं राज्य सरकार उनके बकाया डीए का भुगतान करे। गौरतलब है कि आंदोलन में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार कर्मियों के खिलाफ पुलिस ने गैर जमानती धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
#WATCH | West Bengal: State Government Employee Organisation members gather outside Bankshall Court in Kolkata in protest, ahead of the arrival of members who were arrested yesterday during their agitation regarding Dearness Allowance hike. pic.twitter.com/G3eKUjkG42— ANI (@ANI) November 24, 2022
बता दें कि कर्मचारियों के एक वर्ग की बुधवार को उस समय कोलकाता पुलिस के साथ झड़प हो गई जब वे बकाया डीए के भुगतान की मांग पर विधानसभा परिसर की ओर मार्च निकालने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने महानगर के धर्मतल्ला इलाके में रानी रासमणि रोड के पास जमा हुए कर्मचारियों को विधानसभा भवन जाने से रोक दिया। कोलकाता पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए विधानसभा भवन की ओर जाने वाली सड़क पर पहले ही अवरोधक लगा दिए थे और परिसर के आसपास सीआरपीसी की धारा 144 लागू थी। हालांकि इसके बावजूद कर्मचारियों ने अवरोधक को लांघकर विधानसभा परिसर की ओर मार्च की कोशिश की, जिसको लेकर पुलिस के साथ झड़प हुई। विधानसभा का सत्र जारी होने के चलते पहले से मुस्तैद पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को रासमणि रोड में ही रोक दिया और ऐहतियातन 47 कर्मियों को हिरासत में ले लिया। बाद में सभी को गिरफ्तार कर लिया गया। कुछ कर्मचारियों ने जब पुलिस कर्मियों के साथ हाथापाई की, तो उनमें से कुछ को चोटें भी आईं। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस के मुक्के से एक कर्मचारी के मुंह में गंभीर चोटें आई है। कर्मचारियों का कहना है कि बंगाल में राज्य सरकार केंद्र द्वारा उसके कर्मचारियों को दिए जाने वाले डीए की तुलना में 35 प्रतिशत कम डीए देती है।