राज्य ब्यूरो, कोलकाता। पिछले एक दशक के दौरान बंगाल में आरएसएस ने अपनी शाखाओं की संख्या बढ़ाने में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने पिछले महीने अपने हालिया पांच दिवसीय बंगाल दौरे में पदाधिकारियों के साथ चर्चा में राज्य में संघ की शाखाओं की संख्या में वृद्धि पर संतोष जताया है। यहां संघ से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी। संघ सूत्रों के अनुसार, देशभर में इस समय 34 हजार 900 स्थानों पर संघ की करीब 56 हजार 700 सक्रिय शाखाएं हैं। जिनमें से चार प्रतिशत से अधिक बंगाल में है।

करीब ढाई हजार हुई शाखाओं की संख्या

ताजा रिपोर्ट के मुताबिक बंगाल में इस समय संघ की सक्रिय शाखाओं की संख्या करीब ढाई हजार है। सूत्रों के मुताबिक संघ प्रमुख ने खुद कहा कि बंगाल में अच्छा काम हो रहा है। उन्होंने राज्य में संघ के पदाधिकारियों को और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने का संदेश दिया। यहां संघ से जुड़े लोगों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 2011 में बंगाल में संघ की शाखाओं की संख्या 750 थी। 2014-15 में यह आंकड़ा डेढ़ हजार पर पहुंच गया। वहीं, 2021-22 में यह ढ़ाई हजार पर पहुंच गया है। वहीं, संघ नेताओं को मार्च में वार्षिक शिविर में नई रिपोर्ट आने पर यह संख्या और बढ़ने की उम्मीद है।

लोगों तक RSS की पहुंच बढ़ी

फिलहाल राज्य में सांगठनिक रूप से तीन हिस्सों में बांटकर यानी दक्षिण बंगाल, मध्य बंगाल और उत्तर बंगाल इकाई के जरिए शाखाओं का प्रबंधन हो रहा है। संघ पदाधिकारियों के अनुसार, इस समय पश्चिम मेदिनीपुर, हावड़ा, बारासात और बारुईपुर फिलहाल राज्य में संघ के संगठनात्मक जिलों में सबसे आगे है, जहां सबसे ज्यादा शाखाएं चल रही है। उनके अनुसार, सेवा कार्य और ग्राम विकास योजना के माध्यम से संघ के लोग यहां काम को आगे बढ़ा रहे हैं। इससे अधिक लोगों तक पहुंचने में सफलता मिली है।

लोगों की समग्र जीवन शैली में सुधार पर जोर

प्रत्येक सांगठनिक जिले में एक ब्लाक का चयन कर ग्राम विकास योजना का कार्य चल रहा है। जहां बाल शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य, सामाजिक कार्यक्रम, शारीरिक शिक्षा और अन्य परोपकारी कार्यक्रमों से उस क्षेत्र के लोगों की समग्र जीवन शैली में सुधार पर जोर दिया जा रहा है। संघ पदाधिकारियों के अनुसार झाडग़्राम, हुगली, उत्तर 24 परगना, बद्र्धमान व आसनसोल में यह काम सबसे आगे है।

Edited By: Mahen Khanna