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West Bengal : प्रतिबंध के बावजूद प्लास्टिक का उत्पादन, बंद कराई गई फैक्ट्री

75 माइक्रोन से कम के प्लास्टिक उत्पादों का उत्पादन करने वाली फैक्ट्रियों पर कार्रवाई। नगरपालिका के कर्मचारियों ने फैक्टीर में तैयार कुछ माल अपने कब्जे में लिया है और मालिक को फिलहाल फैक्ट्री बंद रखने को कहा गया है। दुकानों पर चला अभियान जूट के बैग दिये।

By Vijay KumarEdited By: Published: Tue, 05 Jul 2022 11:51 PM (IST)Updated: Tue, 05 Jul 2022 11:51 PM (IST)
1026 प्लास्टिक थैली व अन्य सामान तैयार करने वाली कंपनियों को पहले ही सूचित कर दिया है।

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः एक जुलाई से पूरे देश में सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसको लेकर जून की शुरुआत से ही जन जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है, लेकिन कुछ लोग प्रतिबंध के बावजूद प्लास्टिक का उत्पादन, बिक्री और इस्तेमाल से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे ही एक प्लास्टिक थैली व अन्य समान तैयार करने वाली एक फैक्ट्री को मंगलवार को हुगली जिले के श्रीरामपुर नगरपालिका ने बंद करा दिया।

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फिलहाल फैक्ट्री बंद रखने को कहा गया है

आरोप है कि प्रतिबंध के बावजूद श्रीरामपुर के चतरा इलाके में स्थित कारखाने में 75 माइक्रोन से कम के प्लास्टिक उत्पादों का उत्पादन हो रहा था। श्रीरामपुर नगरपालिका के चेयरमैन के मुताबिक नगरपालिका के कर्मचारियों ने फैक्टीर में तैयार कुछ माल अपने कब्जे में लिया है और मालिक को फिलहाल फैक्ट्री बंद रखने को कहा गया है।

दुकानों पर चला अभियान, जूट के बैग दिये

नगरपालिका के अधिकारियों ने पुलिस के साथ मंगलवार को कारखाने में छापेमारी की। हालांकि फैक्ट्री मालिक अंजन दे ने नगरपालिका के आरोप को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि उनका कारखाना 75 माइक्रोन से अधिक के प्लास्टिक बैग का उत्पादन करता है। प्लास्टिक को बंद करवाने के बाद नगरपालिका ने प्लास्टिक की थैली व अन्य सामान बेचने वाली दुकानों पर भी अभियान चलाया और लोगों को जूट के बैग भी दिए।

सभी प्लास्टिक कैरीबैग, रैपर का इस्तेमाल प्रतिबंधित

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने हाल ही में दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा था कि एक जुलाई से 75 माइक्रोन से कम के सभी प्लास्टिक कैरीबैग, रैपर का इस्तेमाल प्रतिबंधित है। यह भी बताया गया कि 50 माइक्रोन से कम के प्लास्टिक कप, प्लेट और पैकेट का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।

लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है

राज्य सरकार की ओर से 1026 प्लास्टिक थैली व अन्य सामान तैयार करने वाली कंपनियों को पहले ही प्रतिबंध के बारे सूचित कर दिया गया है। इसके बाद भी प्लास्टिक का इस्तेमाल अलग-अलग जगहों पर देखने को मिल रहा है। अब इसे लेकर लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।


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