Pulwama Terror Attack Anniversary: ममता बनर्जी ने पुलवामा हमले के शहीदों को किया नमन
Pulwama Terror Attack Anniversary. ममता ने ट्वीट में लिखा कि हम अपने बहादुर जवानों को नमन करते हैं और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व एकजुटता व्यक्त करते हैं।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। Pulwama Terror Attack Anniversary. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले साल पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों को याद किया। ममता ने पुलवामा हमले की पहली बरसी पर ट्वीट किया-'2019 में आज ही के दिन पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों को दिल से याद करती हूं। हम अपने बहादुर जवानों को नमन करते हैं और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व एकजुटता व्यक्त करते हैं। जय हिंद।'
14 फरवरी, 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इनमें बंगाल के भी दो जवान शामिल थे। बबलू सांतरा ग्रामीण हावड़ा के बाउडि़या स्थित चक्काशी गांव और सुदीप विश्वास नदिया जिले के पलाशीपाड़ा थानांतर्गत हासपुकुडि़या के रहने वाले थे।
पुलवामा की साजिश को अंजाम देने वाला पाकिस्तानी आतंकी गाजी रशीद 18 फरवरी, 2019 को मारा गया था। मुदस्सर अहमद खान मार्च, 2019 और सज्जाद खान जून, 2019 में मारा गया। मुदस्सर ने ही विस्फोटकों को बंदोबस्त किया था। हमले में इस्तेमाल कार सज्जाद की थी। यह कार चार फरवरी, 2018 को खरीदी गई थी। मुदस्सर और सज्जाद पुलवामा के रहने वाले थे। आदिल भी पुलवामा के गुंडीबाग का रहने वाला था।
हमले को अमलीजामा पहनाने में लिप्त सभी प्रमुख आतंकी मारे जा चुके हैं। आरोपपत्र में सभी आरोपितों की भूमिका का विस्तार से जिक्र करना होता है। कुछ संदिग्धों को चिह्नित करते हुए उनकी भूमिका के आधार पर जल्द आरोपपत्र दायर करेंगे। साजिश में मसूद अजहर और पाकिस्तान में बैठे साथी भी शामिल थे। आरोप पत्र में पाकिस्तान की भूमिका का उल्लेख होगा।
फॉरेंसिक रिपोर्ट आ चुकी है। विस्फोटक कहां से कैसे आया? पैसा किस स्त्रोत से आया? अभी इन कड़ियों को जोड़ना है। पुलवामा हमले में पाक सेना और उसकी खुफिया एजेंसी आइएसआइ का हाथ है। अधिकारियों ने मुंबई हमले का जिक्र करते हुए कहा कि कसाब जिंदा पकड़ा गया था। पुलवामा की साजिश में शामिल आतंकी ढेर हो चुके हैं।
पुलवामा हमले में शामिल आत्मघाती आतंकी आदिल अहमद डार के डीएनए नमूनों की जांच पूरी हो चुकी है। हमले में कार और उसमें सवार आदिल के परखचे उड़ गए थे। आदिल के मांस के लोथड़े को घटनास्थल के आस-पास बिजली के तार, पेड़ों की शाखाओं और कार के मलबे से जमा किया था। इनका आदिल के पिता और मां के डीएनए से मिलान किया गया। गत दिसंबर में ही अंतिम रिपोर्ट आई है और उसके मुताबिक आदिल डार की पुष्टि हो चुकी है।
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