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West Bengal Chunav: अब ममता ने खेला गोत्र कार्ड तो भाजपा से गिरिराज सिंह ने दागे सवाल, ओवैसी ने साधा निशाना

बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (दीदी)के गोत्र वाले बयान से सियासी पारा चढ़ गया है। ममता के इस बयान पर भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा था कि मुझे तो कभी गोत्र बताने की जरूरत नहीं पड़ी मैं तो लिखता हूं।

By Vijay KumarEdited By: Published: Wed, 31 Mar 2021 07:00 PM (IST)Updated: Wed, 31 Mar 2021 07:00 PM (IST)
ममता ने खेला गोत्र कार्ड तो भाजपा से गिरिराज सिंह ने दागे सवाल, ओवैसी ने साधा निशाना

राज्य ब्यूरो,कोलकाता: बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (दीदी)के गोत्र वाले बयान से सियासी पारा चढ़ गया है। ममता के इस बयान पर भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा था कि मुझे तो कभी गोत्र बताने की जरूरत नहीं पड़ी, मैं तो लिखता हूं। लेकिन ममता बनर्जी चुनाव हारने के डर से गोत्र बताती हैं। ममता बनर्जी अब आप मुझे बात दीजिए कि कहीं रोहिंग्या और घुसपैठियों का गोत्र भी शांडिल्य तो नहीं है। उनका हारना तय है। इसके बाद बुधवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन(एआइएमइएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी दीदी पर निशाना साधा है। ओवैसी ने बोला है कि मेरे जैसे लोगों का क्या होना चाहिए जो ना शांडिल्य हैं और ना ही जनेऊधारी।

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ओवैसी ने ट्वीट किया कि मेरे जैसे लोगों का क्या होना चाहिए जो ना शांडिल्य हैं और ना ही जनेऊधारी। जो ना तो किसी खास भगवान का भक्त है और ना ही चालीसा या कोई और पाठ करता है। हर पार्टी जीतने के लिए हिंदू कार्ड खेलने में लगी है। अनैतिक, अपमानजनक और यह सफल नहीं होगा। दरअसल, मंगलवार को नंदीग्राम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता ने कहा था कि मैं एक मंदिर में गई थी तो पुजारी ने मेरा गोत्र पूछा तो मैंने कहा-मां, माटी, मानुष। ऐसा ही सवाल त्रिपुरा के त्रिपुरेश्वरी मंदिर में भी पुजारी ने मुझसे मेरा गोत्र पूछा था और मैंने मां, माटी, मानुष कहा था। तब उन्होंने कहा था व्यक्तिगत गोत्र क्या है? वास्तव में मैं शांडिल्य हूं।

इस पर पहले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ममता पर हमला बोलते हुए कहा था कि रोहिंग्या को वोट हेतु बसाने वाले, दुर्गा/काली पूजा रोकने वाले, हिंदुओं को अपमानित करने वाले, अब पराजय के खौफ से गोत्र पर उतर गए। शांडिल्य गोत्र सनातन व राष्ट्र हेतु समíपत है, वोट के लिए नहीं।

बताते चलें कि ममता अपनी सियासी जीवन में पहली बार किसी चुनाव में इतने अधिक मंदिरों में गईं और गोत्र बता रही हैं। यह उनका नरम ¨हदू कार्ड माना जा रहा है।

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चोटी वालों से रोहिंग्या गोत्र बेहतर: तृणमूल सांसद

तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बयान (रोहिंग्याओं का गोत्र भी शांडिल्य तो नहीं हैं) पर पटलवार किया है। मोइत्रा ने ट्वीट किया, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह कहते हैं कि ममता का गोत्र रोहिंग्याओं का है। हमें इसपर गर्व है। ये चोटीवाले राक्षस वंश से तो कहीं बेहतर हैं।


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