West Bengal Election 2021: अमित शाह का सवाल, क्या 130 भाजपाइयों की हत्या का दर्द महसूस कर पाती हैं ममता
West Bengal Assembly Election 2021 शाह ने कहा- बंगाल में सरकार बनाने के बाद भाजपा आदिवासी छात्रों की हालत में सुधार लाने के लिए पंडित रघुनाथ मुर्मू ट्राइबल यूनिवर्सिटी बनाएगी। आदिवासियों के उत्थान के लिए स्टार्टअप इंडिया योजना में 100 करोड़ रुपये का निवेश भी करेगी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हाल में हुए कथित हमले को लेकर जारी सियासत के बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को राज्य में राजनीतिक हत्याओं का मुद्दा उठाते हुए आड़े हाथों लिया। शाह ने कहा कि ममता बनर्जी चोट लगने की वजह से दर्द में हैं और उनके जल्द ठीक होने की कामना करता हूं, मगर सवाल किया कि क्या वह भाजपा के उन 130 कार्यकर्ताओं के स्वजनों का दर्द महसूस कर सकती हैं जिनकी हत्या बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के शासन में की गई।
बांकुड़ा जिले के रानीबांध में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा- ममता जी को पैर में चोट आई है। पता नहीं नंदीग्राम में उन्हेंं चोट कैसे लगी, लेकिन टीएमसी इसे साजिश बता रही है। चुनाव आयोग का तो कहना है कि ये हमला नहीं, हादसा है। दीदी आप व्हील चेयर से इधर-उधर घूम रही हैं। मैं आपके पैर के दर्द को लेकर चिंतित हूं। लेकिन 130 भाजपा कार्यकर्ताओं की मांओं के दर्द का क्या जिनकी हत्या टीएमसी के गुंडों ने की है। क्या आपने उनका दर्द कभी महसूस करने की कोशिश की? शाह ने कहा- आपने कभी इन लोगों की पीड़ा महसूस नहीं की। वे विधानसभा चुनाव में वोट डालने के दौरान आपको मुंहतोड़ जवाब देंगे।
केंद्र की योजनाओं में टीएमसी सबसे बड़ा रोड़ा, बंगाल में बस गुंडाराज
शाह ने कहा कि बंगाल में 10 साल से टीएमसी की सरकार ने राज्य को पाताल तक नीचे ले जाने का काम किया है। हर चीज में भ्रष्टाचार, तोलाबाजी, राजनीतिक हिंसा, घुसपैठ ने पूरे बंगाल के विकास को तहत-नहस कर दिया है। मोदी सरकार 115 से ज्यादा योजनाएं चला रही है, लेकिन ये योजनाएं आप तक नहीं पहुंच रही हैं। केंद्र की योजनाओं में टीएमसी सबसे बड़ा रोड़ा है। बंगाल में बस गुंडाराज है। ऐसी सरकार आपके किसी काम की नहीं है। उन्होंने ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। शाह ने वादा किया कि अगर भाजपा राज्य की सत्ता में आती है तो राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए सातवें वेतन आयोग को लागू किया जाएगा।
ममता सरकार आदिवासियों का भला नहीं चाहती
उन्होंने आरोप लगाया, ममता सरकार आदिवासियों का भला नहीं चाहती। टीएमसी आदिवासी प्रमाणपत्र तक के लिए कटमनी (कमीशन) मांगती है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी राज्य में सत्ता में आती है तो वह सुनिश्चित करेगी कि आदिवासियों के अधिकारों को सुरक्षित किया जाए। क्षेत्र में आदिवासियों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और पेयजल पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। हम इसका उल्लेख अपने चुनाव घोषणापत्र में भी करेंगे। बांकुड़ा जिले में आदिवासियों की खासी आबादी है जो किसी भी पार्टी की जीत के लिए अहम है।
इससे पहले दिन में शाह को झाडग़्राम जिले में एक रैली को संबोधित करना था, लेकिन हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी की वजह से वह रैली में शामिल नहीं हो पाए। यहां उन्होंने डिजिटल माध्यम से संक्षिप्त भाषण दिया। शाह ने कहा कि बंगाल को अब सोनार बांग्ला बनाने का समय आ गया है। उन्होंने कमल का बटन दबाकर कटमनी, गुंडाराज व तुष्टीकरण वाली सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया।