राज्यसभा चुनावः पश्चिम बंगाल में चार सीटों पर तृणमूल व एक सीट पर कांग्रेस की जीत
पश्चिम बंगाल में चार सीटों पर तृणमूल प्रत्याशी व पांचवीं सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी विजयी हुए।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा में राज्यसभा की पांच सीटों पर हुए चुनाव का नतीजा आ गया। चार सीटों पर तृणमूल प्रत्याशी व पांचवीं सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी विजयी हुए। वाममोर्चा प्रत्याशी को सबसे कम 30 वोट मिले। शुक्रवार को सुबह नौ बजे शुरू हुए मतदान में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत 288 विधायकों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। भाजपा के तीन व गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) के दो विधायकों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। सभी दलों के विधायक वोट डालने के लिए घंटों लाइन में खड़े रहे।
पहले ही तय हो गया था कि तृणमूल के चार प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। मतगणना के बाद तृणमूल प्रत्याशी शुभाशीष चक्रवर्ती को सबसे अधिक 54 वोट मिले। वहीं नदीमुल हक व अबीर विश्वास को क्रमश: 52 व 52 तथा शांतनु सेन को 51 वोट मिले। वहीं, तृणमूल समर्थित कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी को 47 मत मिले। नदीमुल हक दूसरी बार राज्यसभा के सदस्य बने हैं, वहीं तीन नए चेहरों को तृणमूल ने राज्यसभा भेजा है।
काग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी व वाममोर्चा की ओर से माकपा प्रत्याशी राबिन देव के बीच टक्कर थी। हालांकि, मुख्यमंत्री व तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी काग्रेस प्रत्याशी के समर्थन का पहले ही एलान कर चुकी थी।
कांग्रेस के सभी 33 विधायकों ने सिंघवी को वोट दिया। साथ ही, कांग्रेस छोड़ कर तृणमूल में शामिल हुए 10 विधायकों के साथ अन्य सत्तरूढ़ विधायकों ने भी कांग्र्रेस के पक्ष में ही मतदान किया। वहीं, वाममोर्चा के माकपा प्रत्याशी राबिन देव को सिर्फ 30 वोट ही मिले। क्योंकि, 2016 चुनाव में वाममोर्चा के 32 विधायक जीते थे, जिनमें से दो तृणमूल में शामिल हो चुके हैं। उन लोगों ने तृणमूल व कांग्र्रेस प्रत्याशियों को वोट दिया। बंगाल में अब तक किसी के क्रास वोटिंग करने की बात सामने नहीं आई है। 2016 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से 44 विधायक चुनाव जीते थे। इनमें से 11 विधायक पिछले दो वर्षों में कांग्रेस छोड़कर तृणमूल में शामिल हो चुके हैं, जिनमें से एक पर उपचुनाव हुआ तो उस सीट पर भी तृणमूल ही जीत गई।
राज्यसभा चुनाव जीतने के बाद जानें, किसने क्या कहाः
मैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उम्मीदों पर खरा उतरूंगा।
-अमीर रंजन बिस्वास, टीएमसी
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मैं लोकतंत्र में विश्वास करता हूं मेरी प्राथमिकता भ्रष्टाचार के खिलाफ होगी।
-सुभाषसिंह चक्रवर्ती, टीएमसी
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यह विभिन्न समूहों और विधायकों के बीच सहयोग का परिणाम है।
-अभिषेक मनु सिंघवी, कांग्रेस