डोकलाम विवाद के बाद पूर्वोत्तर में उग्रवाद बढ़ने की संभावना
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सेना के पूर्वी कमान के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) जेआर मु
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सेना के पूर्वी कमान के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) जेआर मुखर्जी ने चीन से डोकलाम विवाद के बाद पूर्वोत्तर में उग्रवाद बढ़ने की संभावना जताई है। सोमवार को कोलकाता में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जब भी भारत ने चीन से नाराजगी व्यक्त की है या सीमा संबंधी मुद्दे के हल की कोशिश की है तो चीन ने पूर्वोत्तर में विद्रोहियों को मदद की है। डोकलाम विवाद पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने स्पष्ट कहा कि इस प्रकरण से पूर्वोत्तर में उग्रवाद बढ़ने की संभावना है और इसके संकेत पहले से ही स्पष्ट हैं।
मुखर्जी ने कहा कि डोकलाम जैसा मामला न तो पहली बार है और न ही आखिरी बार। चीन ने पहले भी कई बार ऐसा प्रयास किया है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि चीन की सेना ने डोकलाम नहीं छोड़ा है बल्कि थोड़ा पीछे हट गई है।
गौरतलब है कि भारत व चीन के बीच पिछले साल डोकलाम विवाद के हल पर सहमति के बाद दोनों देश की सेना विवादित जगह से पीछे हट गई थी लेकिन चीन अब इस मुद्दे को फिर तूल दे रहा है। वह नए सिरे से डोकलाम के जरिए भारत को धमकी दे रहा है।
इसके साथ ही मुखर्जी ने बताया कि सेंटर फॉर ईस्ट एंड नॉर्थ ईस्ट रिजनल स्टडीज, कोलकाता की ओर से 2 व 3 फरवरी को संगोष्ठी आयोजित की जाएगी जिसमें भारत व चीन के कई पूर्व सेनाधिकारी शिरकत करेंगे। इसमें राजनैतिक, आर्थिक व सैन्य क्षमताओं से संबंधित समस्याओं व द्विपक्षीय निवेश पर चर्चा होगी। इस सम्मेलन में विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह के भी भाग लेने की बात है।