कैंसर से लड़ रहे लोगों के लिए अनोखी सवारी का आयोजन
-डी एस रिसर्च सेंटर ने नए दशक में भारत को कैंसर मुक्त बनाने के लिए विश्व कैंसर दिवस पर लिया
-डी एस रिसर्च सेंटर ने नए दशक में भारत को कैंसर मुक्त बनाने के लिए विश्व कैंसर दिवस पर लिया संकल्प
-कैंसर दिवस पर पदयात्रा का आयोजन किया गया, 100 से ज्यादा छात्रों, डॉक्टर व कैंसर रोगियों ने हिस्सा लिया
जागरण संवाददाता, कोलकाता : कैंसर की रोकथाम के लिए जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर डी एस रिसर्च सेंटर ने महानगर में एक पदयात्रा का आयोजन किया। इस पदयात्रा में कैंसर रोग से पीड़ित लोग भी उपस्थित थे। पदयात्रा के साथ साथ डीएस रिसर्च सेंटर द्वारा कैंसर से लड़ रहे लोगों के लिए घोड़ा गाड़ी पर अपनी तरह की पहली विजय सवारी का भी आयोजन किया गया। घोड़ सवारी के साथ पदयात्रा काकुरगाछी स्थित डीएस रिसर्च सेंटर से सीआइटी रोड तक था। इसका का मार्ग फूलबागान - कंकड़गाची - फूलबागान - सी.आई.टी. रोड और - स्वाभिमान - फूलबागान था। इस पदयात्रा में कैंसर के रोगियों, छात्रों, डॉक्टरों और डीएसआरसी के कर्मचारी सहित 100 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। साथ ही कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार के कैंसर के बारे में जागरूकता पैदा की गयी। डॉ अनिर्बान भट्टाचार्य, डी.एस. रिसर्च सेंटर की तरफ से मीडिया से बात करने के लिए मौजूद थे। इस मौके पर डी एस रिसर्च सेंटर के आयुर्वेदाचार्य डॉ अनिर्बान भट्टाचार्य, डॉ शिबागी दास और डॉ सम्राट मुखर्जी उपस्थित थे।
इस अवसर पर डी एस रिसर्च सेंटर ने कैंसर की रोकथाम और उसके बारे में जागरूकता फैलाने के लिए एक विशेष राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया। इस अभियान का विषय आइ एम एंड आई विल था। इसके द्वारा कैंसर से लड़ने में प्रेरणा, एकजुटता और साहस की भूमिका पर प्रकाश डाला गया। कैंसर रोगियों के लिए कैंसर से लड़ने और कैंसर पर जीत के लिए एक विशेष प्रेरक सत्र का भी आयोजन किया गया और कैंसर से बचाव व उसके इलाज के बारे में जानकारिया दी गयी। इसका मुख्य उद्देश्य कैंसर से पीड़ित लोगों में आत्मविश्वास जगाना था साथ ही लोगो को एहसास दिलाना था की कैंसर को हराया जा सकता है।