West Bengal : हाईकोर्ट में बैठकर लेते थे साक्षात्कार और जारी करते थे फर्जी नियुक्त पत्र
कोलकाता पुलिस ने कलकत्ता हाईकोर्ट में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोप में सात लोगों को किया गिरफ्तार आरोपितों ने 35 से 40 लोगों से की है ठगी।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोलकाता पुलिस ने कलकत्ता हाईकोर्ट में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार किया है। लालबाजार सूत्रों के अनुसार, नौकरी पाने की उम्मीद में नदिया के एक युवक से 8 लाख रुपये की ठगी होने के बाद उसने पुलिस से संपर्क किया। उसने पुलिस को बताया कि वह लंबे समय से सरकारी नौकरी की तलाश में था। जिले के एक निवासी ने उसे बताया कि हाईकोर्ट में भर्ती प्रक्रिया चल रही है। साक्षात्कार जारी है। वेतन भी अच्छा है। भर्ती करने वाले अधिकारी उनके करीबी हैं। नौकरी मिल जाएगी, लेकिन इसमें कुछ पैसे खर्च होंगे।
शिकायतकर्ता ने नौकरी पाने की उम्मीद में रुपये दे दिए। फिर से पत्र भेजकर साक्षात्कार के लिए उच्च न्यायालय में बुलाया गया। कोर्ट के भूतल में एक खाली कमरे में कुर्सी-मेज के सामने बैठे एक व्यक्ति ने उसका साक्षात्कार लिया। प्रश्न और उत्तर के अंत में, यह सूचित किया गया कि नौकरी पक्की होने पर नियुक्ति पत्र डाक के माध्यम से भेजा जाएगा।
पता चला है कि इसी तरह से कई और युवक व युवतियों को पत्र भेजकर साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था। फिर डाक से उनके पास नियुक्ति पत्र भेजा गया। नियुक्ति पत्र लेकर वह युवक हाईकोर्ट पहुंचा तो बाहर बैठे एक युवक ने नियुक्ति पत्र लेकर एक रजिस्टर में कुछ लिखा और फिर कहा कि इस पर हस्ताक्षर करें। नियुक्ति पत्र का विवरण 'रजिस्ट्री बुक' नामक पुस्तक में लिखा गया। उस युवक ने कहा कि अभी लॉकडाउन के कारण हाईकोर्ट के भीतर प्रवेश निषिद्ध है इसीलिए बाहर ही हस्ताक्षर कराया जा रहा है।
हाईकोर्ट कुछ निश्चित दिन के बाद ही खुलेगा इसीलिए उसी दिन आना होगा। उक्त तारीख को हाईकोर्ट पहुंचने पर संदेह हुआ जब उसने अदालत को खुला देखा। रजिस्ट्री कार्यालय में जाने और नियुक्ति पत्र दिखाने के बाद पता चलता है कि यह फर्जी है।
इसके बाद हेयरस्ट्रीट थाने की पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और पैसे लेने वाले व्यक्ति का नाम और फोन नंबर एकत्र किया। इसके बाद मोबाइल फोन को ट्रैक कर गिरफ्तार किया गया। जांच में पता चला है कि इस तरह से कम से कम 35 से 40 लोगों को उसने ठगा है। गिरफ्तार किए गए सात लोगों में से दो बेलेघाटा है और दो चीनार पार्क के निवासी हैं। बाकी नादिया और उत्तर 24 परगना में रहते हैं। ज्यादातर धोखेबाज इन जिलों के निवासी हैं।