कोलकाता, राज्य ब्यूरो। मवेशी तस्करी कांड में गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस के बाहुबली नेता अनुब्रत मंडल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। बंगाल के पूर्व बर्द्धमान जिले के मंगलकोट इलाके में 2010 में हुए बम विस्फोट कांड पर बिधाननगर की एमपी-एमएलए अदालत इसी महीने की नौ तारीख को अपना फैसला सुनाएगी। अनुब्रत इस मामले के मुख्य आरोपितों में से एक हैं।
चार्जशीट में अनुब्रत का नाम
गौरतलब है कि पांच मार्च, 2010 को मंगलकोट के मल्लिकपुर गांव में हुए बम विस्फोट में एक व्यक्ति गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। इस मामले की चार्जशीट में अनुब्रत, तृणमूल विधायक शेख शहनवाज, पार्टी नेता काजल शेख समेत 15 लोगों के नाम हैं। अनुब्रत को गत गुरुवार को मामले पर अंतिम सुनवाई वाले दिन आसनसोल की जेल से कोलकाता लाया गया था। अदालत में अनुब्रत ने खुद को बेकसूर बताया था। फैसले वाले दिन अनुब्रत को फिर से कोलकाता लाया जाएगा या नहीं, यह अभी तय नहीं है।
अनुब्रत ने भोजन में मांगा ताजी मछली
दूसरी तरफ आसनसोल की जेल में बंद अनुब्रत ने उन्हें भोजन में ताजी मछली और मुर्गी का मांस देने का अनुरोध किया है। अनुब्रत ने कहा कि अभी उन्हें खाने में जो मछली दी जा रही है, वह ताजी नहीं है। इसकी वजह से उन्हें अपच की समस्या हो रही है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक पिछले मंगलवार को सीबीआइ की टीम जब उनसे पूछताछ करने जेल में गए थे, तब अनुब्रत ने उनसे यह अनुरोध किया था। सीबीआइ के अधिकारियों ने जेल प्रबंधन के समक्ष उनकी बात रखने का आश्वासन दिया है। जेल सूत्रों के मुताबिक कैदियों को सप्ताह में दो-तीन दिन दोपहर के भोजन में मछली, अंडा अथवा मुर्गी का मांस परोसा जाता है। इस बीच भाजपा विधायक व बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया है कि जेल में अनुब्रत को सारी सुख-सुविधाएं मिल रही हैं। उन्हें एक मोबाइल भी दिया गया है।