तृणमूल की मांग, आजाद हिंद फौज पर किताब की जाए सार्वजनिक
सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि नेताजी से संबंधित कई फाइलें प्रधानमंत्री कार्यालय और रक्षा मंत्रालय के पास ही पड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा मैंने इस मुद्दे को कई बार राज्यसभा में भी उठाया है। ममता बनर्जी नेताजी से संबंधित राज्य सरकार के पास मौजूद दस्तावेज जारी कर चुकी हैं।
कोलकाता, जेएनएन। नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125वीं जयंती को लेकर राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं और भाजपा व तृणमूल में सियासत गर्म है। तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को मांग की है कि दशकों पहले आजाद हिंद फौज (आइएनए) को लेकर तैयार की गई किताब को रक्षा मंत्रालय सार्वजनिक करे। तृणमूल के राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि इस किताब का संपादन इतिहासकार पीसी गुप्ता ने किया था। अब तक इस किताब का विमोचन नहीं हुआ क्योंकि पहले यूपीए सरकार और मौजूदा एनडीए सरकार ने इसे प्रकाशित करने की कोई पहल नहीं की। बता दें कि एक दिन पहले ही नरेंद्र मोदी सरकार ने नेताजी का जन्मदिन पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुखेंदु शेखर रॉय ने दावा किया कि नेताजी से संबंधित कई फाइलें प्रधानमंत्री कार्यालय और रक्षा मंत्रालय के पास ही पड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि मैंने इस मुद्दे को कई बार राज्यसभा में भी उठाया है। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य सरकार के पास उपलब्ध नेताजी से संबंधित सभी दस्तावेज जारी कर चुकी हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा के चंद्रचूड़ घोष नाम के एक व्यक्ति ने इस संबंध में वर्ष 2009 में आरटीआइ दाखिल की थी। इस पर मुख्य सूचना आयुक्त ने इस किताब का विमोचन करने का आदेश दिया था।
रॉय ने कहा कि इसके बाद तत्कालीन यूपीए सरकार का कहना था कि विमोचन से पहले किताब में और जानकारियों जोड़ी जाएंगी। लेकिन इस प्रस्ताव को हाई कोर्ट की एक पीठ ने खारिज कर दिया और आदेश दिया कि किताब का विमोचन मूल रूप में किया जाए। उन्होंने कहा कि इसके बाद सरकार खंड पीठ के पास गई और मामला अभी लंबित है। उन्होंने कहा कि इस किताब में 186 से 191 पृष्ठों के बीच यह कहा गया है कि नेताजी की मौत विमान दुर्घटना में नहीं हुई थी।