रेलवे की जमीन पर अवैध तरीके से रह रहे लोगों को हटाए जाने का तृणमूल सांसद ने किया विरोध
रेलवे की जमीन पर अवैध तरीके से रह रहे लोगों को हटाए जाने का तृणमूल सांसद ने किया विरोध कल्याण बनर्जी ने कहा पहले पुनर्वास की व्यवस्था करे तब लोगों को हटाया जाए
कोलकता, राज्य ब्यूरो। अवैध तरीके से रेलवे की जमीन पर घर बनाकर रह रहे लोगों को रेलवे प्रशासन द्वारा हटाए जाने का नोटिस दिए जाने के बाद से बंगाल के हुगली जिले के श्रीरामपुर मालगोदाम अंचल में इस मामले को लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है। रविवार को इस मुद्दे पर तृणमूल की ओर से श्रीरामपुर स्थित राय लेंंड रोड पर प्रतिवाद सभा का आयोजन किया गया। सभा मंच से श्रीरामपुर से तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने यहां रेलवे की जमीन पर वर्षों से सैकड़ो लोग रह रहे हैं।
रेल प्रशासन पहले इनके रहने की सही व्यवस्था करे उसके बाद यहां से लोगों को हटाएं। उन्होंने रेल प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर रेलवे की ओर से ऐसा नही किया गया और इन्हें जोर जबरदस्ती यहां से हटाने का प्रयास किया गया तो इसको लेकर तृणमूल जोरदार अंदोलन करेंगी। उन्होंने यहां के लोगों को डर कर नहीं बल्कि लड़कर इससे मुकाबला करने की भी नसीहत दी।
बनर्जी ने कहा कि रेल मंत्री पीयूष गोयल राज्यसभा के सांसद हैं। उन्हें क्या मालूम कि गरीबों का दर्द क्या होता है। एक उद्योगपति व्यक्ति आज देश का रेल मंत्री है। उन्हें गरीबों का दुख दर्द का क्या एहसास होगा। बैरकपुर से भाजपा सांसद अर्जुन सिंह का नाम ना लेते हुए उन्होंने कहा कि बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र में भी रेलवे की काफ़ी जमीनें है लेकिन रेल प्रशासन का ध्यान वहां नहीं है। क्योंकि वहां का सांसद भाजपा का है और श्रीरामपुर का सांसद तृणमूल कांग्रेस का। वर्तमान रेल मंत्री को पूर्व रेल मंत्री ममता बनर्जी से कुछ सीखना जाहिए कि कैसे काम किया जाता है। सीखने में कोई बुराई नहीं है।
जब रेल मंत्री तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी थी तो उन्होंने रेल का काम करके देश की जनता को दिखाया था। उनके काम का आज भी लोग सहराना करते हैं। कल्याण बनर्जी ने कहा कि पहले रेल मंत्रालय यहां रह रहे लोगों के पुनर्वास की व्यवस्था करे। तब नोटिस पर विचार किया जाएगा।
मालूम हो कि श्रीरामपुर रेलवे माल गोदाम के समीप रेल लाइन के पास खाली जमीन पर यहां घर बनाकर वर्षों से लगभग डेढ़ सौ से अधिक परिवार रह रहे हैं। इस मौके पर जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष दिलीप यादव, रिसड़ा नगरपालिका के प्रशासक विजय सागर मिश्रा, तृणमूल नेता सुबीर मुखर्जी, श्रमिक नेता अनय चटर्जी आदि के साथ कई नेता उपस्थित थे।