कोयला घोटाले में ममता बनर्जी के भतीजे सांसद अभिषेक बनर्जी से दिल्ली में नौ घंटे तक पूछताछ
जांच अधिकारी ने मनी लांड्रिंग निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत दर्ज किया बयान। ईडी ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो की नवंबर 2020 की एक प्राथमिकी पर गौर करने के बाद पीएमएलए की आपराधिक धाराओं के तहत यह मामला दर्ज किया था।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे व तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद अभिषेक बनर्जी से कोयला घोटाले से संबंधित मामले में सोमवार को दिल्ली में नौ घंटे तक पूछताछ की गई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनसे विदेश में बैंक खातों से लेकर कोयला घोटाले के आरोपित अनूप मांजी उर्फ लाला व विनय मिश्रा से संबंधों को लेकर सवाल पूछे। जांच अधिकारी ने मनी लांड्रिंग निवारण अधिनियम के तहत उनके बयान दर्ज किए।
जानकारी के अनुसार टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी दिल्ली के जामनगर हाउस स्थित केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय में सुबह 11 बजे से थोड़ी देर पहले ही पहुंच गए। इसके बाद उनसे ईडी के अधिकारियों ने करीब नौ घंटे तक मैराथन पूछताछ की। अभिषेक रात करीब आठ बजे ईडी कार्यालय से बाहर निकले। अधिकारियों ने बताया कि मामले के जांच अधिकारी ने मनी लांड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रविधानों के तहत बनर्जी के बयान दर्ज किए। सूत्रों ने बताया कि अभिषेक से थाईलैंड स्थित बैंक के खातों से लेकर कोयला घोटाले के मुख्य आरोपित अनूप माजी उर्फ लाला के अलावा फरार चल रहे तृणमूल कांग्रेस के पूर्व नेता विनय मिश्रा के साथ उनके कथित संबंधों समेत कई सवाल किए गए।
ईडी ने जानना चाहा कि विनय मिश्रा अभी कहां है। अभिषेक से लाला के अकाउंटेंट नीरज सिंह के यहां से बरामद हुए दस्तावेजों को लेकर भी पूछताछ की गई। अभिषेक से 2019 के लोकसभा चुनाव के समय जमा किए गए हलफनामे में दी गई जायदाद की जानकारी को लेकर भी सवाल किए गए। इसके अलावा देश और विदेश में मौजूद उनकी संपत्तियों को लेकर पूछताछ की गई।
लाला व विनय मिश्रा के साथ संबंधों को नकारा
ईडी सूत्रों के अनुसार, अभिषेक ने लाला व विनय मिश्रा के साथ संबंधों को नकारते हुए ज्यादातर सवालों के जवाब 'नहीं जानताÓ के रूप में दिया। उनसे पूछताछ की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी की गई। इससे पहले ईडी कार्यालय पहुंचने पर अभिषेक ने कहा कि मैं जांच का सामना करने को तैयार हूं और एजेंसी के साथ सहयोग करूंगा।
पूछताछ के बाद बाहर निकलते ही अभिषेक ने केंद्र पर बोला हमला
वहीं, पूछताछ के बाद ईडी कार्यालय से बाहर निकलते ही अभिषेक ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आप ईडी, सीबीआइ, इनकम टैक्स... जो मर्जी लगा दो, हम थकने व डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा- मैंने शुरुआत से यह कहा है कि मैं कोई भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हूं। अगर मेरे खिलाफ अवैध लेनदेन के कोई सबूत मिले तो फांसी पर चढ़ जाउंगा। उन्होंने कहा कि मुझसे नौ घंटे लगातार सवाल-जवाब किए गए। जो भाजपा का मुकाबला करता है, उसका उत्पीड़न किया जाता है।
हालांकि अंदर क्या बात हुई इस बारे में बताने से उन्होंने इन्कार किया। उन्होंने आगे यह भी कहा कि बंगाल में 25 भाजपा विधायक संपर्क में हैं। 2024 में हम भाजपा को हराएंगे।
क्या है मामला
गौरतलब है कि ईडी ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) की नवंबर, 2020 की एक प्राथमिकी पर गौर करने के बाद पीएमएलए की आपराधिक धाराओं के तहत यह मामला दर्ज किया था। सीबीआइ की प्राथमिकी में आसनसोल और उसके आसपास कुनुस्तोरिया और कजोरा इलाकों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की खदानों से संबंधित करोड़ों रुपये का कोयला चोरी घोटाले का आरोप लगाया गया है। इस मामले में अनूप माजी उर्फ लाला मुख्य संदिग्ध है। ईडी ने पहले दावा किया था कि अभिषेक बनर्जी इस अवैध व्यापार से प्राप्त धन के लाभार्थी हैं, जबकि उन्होंने सभी आरोपों से इन्कार किया है।
ईडी ने अभिषेक की पत्नी को भी किया था तलब
इस मामले में ईडी ने अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा को भी एक सितंबर को पूछताछ के लिए दिल्ली तलब किया था, लेकिन उन्होंने कोरोना महामारी का हवाला देकर दिल्ली जाने से मना कर दिया था। उन्होंने ईडी को पत्र लिखकर कोलकाता में ही उनके आवास पर पूछताछ करने का अनुरोध किया था।