मवेशी तस्करी मामले में तृणमूल कांग्रेस के बाहुबली नेता अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी का जश्न मनाने वालों को धमका रहे तृणमूल नेता
शिक्षक भर्ती घोटाले में बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और मवेशी तस्करी मामले में तृणमूल कांग्रेस के बाहुबली नेता अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद विपक्षी दल ममता सरकार और सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ आक्रामक हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : शिक्षक भर्ती घोटाले में बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और मवेशी तस्करी मामले में तृणमूल कांग्रेस के बाहुबली नेता अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद विपक्षी दल ममता सरकार और सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ आक्रामक हैं। अनुब्रत की गिरफ्तारी के बाद तो भाजपा और माकपा के नेता-समर्थक गुड़-बताशा बांटकर खुशी का इजहार कर रहे हैं। इस बीच तृणमूल नेताओं ने इसे लेकर विरोधी दलों को डराना-धमकाना शुरू कर दिया है। तृणमूल विधायक मदन मित्रा ने भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष का नाम लेते हुए कहा कि ज्यादा बातें न करें, वरना ऐसी स्थिति आ जाएगी कि आपको कमर में रस्सी व गले में बेल्ट बांधकर घुमाना पड़ेगा। इसके लिए तैयार रहिएगा।
असित मजुमदार ने कहा कि तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के बारे में दुष्प्रचार करने वालों की धुलाई की जाएगी। बीरभूम जिले के तृणमूल नेता दुलाल राय ने चेतावनी दी कि अगर कोई गुड़-बताशा बांटेगा तो उसके पीठ पर डंडे पड़ेंगे। भाजपा ने तृणमूल नेताओं के इस तरह के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि इससे साबित हो गया है कि वह हिंसा में विश्र्वास करती है।
बंगाल भाजपा के प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि तृणमूल के नेता अपना विनाश देखकर दिमागी संतुलन खो बैठे हैं। जनता सब देख रही है और इसका जवाब देगी। इस बीच भाजपा नेता रथींद्र बोस ने ट्विटर पर तृणमूल के बीरभूम जिला महासचिव त्रिदेव भट्टाचार्य का वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें वे विरोधी दलों के नेताओं को पीट-पीटकर सीधा कर देने की धमकी दे रहे हैं।
अनुब्रत के घर डाक्टर भेजने वाले अस्पताल अधीक्षक से सीबीआइ करेगी पूछताछ
मवेशी तस्करी मामले की जांच कर रही सीबीआइ अब बोलपुर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के अधीक्षक डा. बुद्धदेव मुर्मु से पूछताछ करने की तैयारी कर रही है, जिन्होंने मामले में गिरफ्तार किए गए तृणमूल कांग्रेस के बाहुबली नेता अनुब्रत मंडल के इलाज के लिए उनके घर सरकारी डाक्टर भेजा था। सीबीआइ के एक अधिकारी ने बताया कि हम अस्पताल अधीक्षक से पूछेंगे कि क्या उन्होंने अनुब्रत मंडल के घर भेजे गए डाक्टर चंद्रनाथ अधिकारी को यह निर्देश दिया था कि वे उन्हें 14 दिनों की आराम की सलाह डाक्टरी पर्चे पर लिखकर दें।
दूसरी तरफ अस्पताल अधीक्षक ने कहा कि अगर मुझे सीबीआइ की तरफ से पूछताछ के लिए बुलाया जाता है तो मैं जांच में पूरा सहयोग करुंगा। मुझे बीरभूम जिला परिषद के सभाधिपति बिकास राय चौधरी की तरफ से फोन आया था। उन्होंने मुझसे कहा था कि अनुब्रत मंडल बहुत बीमार हैं और तुरंत उनके घर डाक्टरों की एक टीम भेजने की जरूरत है। इसके बाद मैंने डाक्टर अधिकारी से उनके घर जाने के लिए अनुरोध किया था। इसके लिए मैंने उनपर कोई दबाव नहीं बनाया था। डाक्टर अधिकारी ने अनुब्रत मंडल की शारीरिक स्थिति का मुआयना करने के बाद खुद से उन्हें 14 दिनों के आराम वाली डाक्टरी पर्ची लिखकर दी थी। वहीं, बिकास राय चौधरी ने कहा-'मैंने डा. मुर्मु से अनुब्रत मंडल के घर डाक्टरों की टीम भेजने का अनुरोध किया था, कोई निर्देश नहीं किया था। मुझे अनुब्रत के परिवार की तरफ से फोन आया था कि वे बहुत बीमार हैं।'