शाह के रोड शो के जवाब में बोलपुर में ममता का रोड शो, कहा- बंगाल की संस्कृति को नष्ट करने का षडयंत्र
बीरभूम जिले के दो दिवसीय दौरे पर गई राज्य की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो मंगलवार को बोलपुर में रोड शो (पदयात्रा) निकाल रही हैं। दोपहर करीब तीन बजे ममता का रोड शो शुरू हुआ जिसमें बड़ी संख्या में तृणमूल समर्थक उमड़े हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में चुनावी रणभेरी बजने से पहले राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। बीरभूम जिले के दो दिवसीय दौरे पर गई राज्य की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो मंगलवार को बोलपुर में रोड शो (पदयात्रा) निकाल रही हैं। दोपहर करीब तीन बजे ममता का रोड शो शुरू हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में तृणमूल समर्थक उमड़े हैं। खास बात ये है कि बोलपुर में ही कुछ दिनों पहले यानी 20 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी रोड शो किया था। इसी के जवाब में ममता भी बोलपुर में ही रोड शो कर रही हैं। रोड शो से पहले ममता ने यहां एक सभा को भी संबोधित किया, जिसमें भाजपा व केंद्र सरकार पर करारा हमला बोला।
ममता ने कहा कि जो लोग महात्मा गांधी और देश के अन्य महापुरूषों का सम्मान नहीं करते, वे सोनार बांग्ला बनाने की बात करते हैं। बंगाल की संस्कृति को नष्ट करने के लिए षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। हिंसा और विभाजनकारी वाली राजनीति बंद करो। उन्होंने कहा कि भाजपा को नया सोनार बांग्ला का स्वप्न दिखाने की जरूरत नहीं है। ममता ने साथ ही कहा कि मुझे विश्वभारती के खिलाफ की जा रही अपमानजनक टिप्पणी पसंद नहीं है।
वहीं, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और पार्टी के अन्य नेताओं के आदिवासी के घर खाना खाने पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे आते हैं, फाइव स्टार होटल का खाना खाते हैं और बताते हैं आदिवासी का घर। उन्होंने इस नाटक बताया। वहीं, तृणमूल के कुछ नेताओं द्वारा हाल ही में किए गए दलबदल पर भी ममता ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आप कुछ विधायकों को खरीद सकते हैं, लेकिन तृणमूल कांग्रेस को नहीं खरीद सकते। कुछ विधायकों के पार्टी छोडऩे से कोई फर्क नहीं पड़ता, जनता हमारे साथ है।
शाह ने जिस बाउल गायक के घर खाना खाया था, वह भी ममता की पदयात्रा में शामिल
खास बात यह है कि पिछले दिनों गृह मंत्री अमित शाह ने बोलपुर में जिस बाउल गायक बासुदेव दास के घर दोपहर का खाना खाया था, वो भी ममता बनर्जी की पदयात्रा में शामिल हैं। दूसरी तरफ, ममता की पूरी पदयात्रा में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी नजारा देखने को मिला।
साथ ही इस पूरी पदयात्रा में बंगाली कल्चर पर फोकस किया जा रहा है। पदयात्रा में रवींद्र नाथ टैगोर का संगीत भी सुनने को मिल रहा है। बता दें कि बंगाल में अप्रैल-मई 2021 में विधानसभा का चुनाव होना है। उससे पहले सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा में राजनीतिक तकरार बढ़ती जा रही है।