टॉलीगंज-करुणामयी ब्रिज में पड़ी दरार, भारी वाहनों पर रोक
माझेरहाट ब्रिज के टूटने से तीन लोगों की मौत का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि शनिवार को टॉलीगंज-करुणामयी ब्रिज में भी दरार पड़ने का मामला सामने आया है।
जागरण संवाददाता, कोलकाता : माझेरहाट ब्रिज के टूटने से तीन लोगों की मौत का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि शनिवार को टॉलीगंज-करुणामयी ब्रिज में भी दरार पड़ने का मामला सामने आया है। फिलहाल उसे लोहे के बड़े प्लेट से ढंकते हुए पुलिस बलों की तैनाती कर दी गई है। वहीं, स्थिति की गंभीरता को देखते हुए ब्रिज से भारी वाहनों की आवाजाही तत्काल प्रभाव से रोक दी गई है। इलाके में ट्रैफिक व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। कसबा व आसपास के इलाकों में भी जाम की समस्या देखी गई। दूसरी ओर शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने ब्रिज के नक्शे को ही गलत बताया। साथ ही इंजीनियरों को ब्रिज बिना तोड़े वैकल्पिक सपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस दिन दोपहर टॉलीगंज-करुणामयी ब्रिज के बीचों बीच ज्वाइंट के पास बड़ी सी दरार देखी गई, जो समय बीतने के साथ ही बड़ी होती गई। शाम होते ही उक्त स्थान पर धंसान हो गया। यह देख वहां से गुजरने वाले लोग घबरा गए। खबर पाकर केएमडीए के इंजीनियर मौके पर पहुंच गए। उक्त स्थान पर लोहे के प्लेट से ढंक दिया गया। साथ ही भारी वाहनों की आवाजाही बंद कर दी। दरार की जांच करने पहुंचे गौतम दत्ता नामक एक अधिकारी ने बताया कि ब्रिज के दो हिस्सों को जोड़ने वाले एक्सपेंशन ज्वाइंट के मैस्टिक में दरार पड़ी है। इससे ज्यादा खतरा नहीं है।
लोगों में दिखा भय
ब्रिज में दरार की खबर ने लोगों में नए सिरे से भय पैदा कर दिया है। वहां से गुजरने वालों का कहना है कि ब्रिज से या उसके नीचे से आने-जाने में डर लग रहा है। जैसे-जैसे समय बीत रहा है, दरार बड़ी होती जा रही है।
ब्रिज का नक्शा ही गलत : मंत्री फिरहाद
शहरी विकास मंत्री ने कहा कि ब्रिज का नक्शा ही गलत है। उसके बदलाव की कवायद शुरू कर दी गई है। ब्रिज के अचानक टूटने का खतरा नहीं है। इंजीनियरों को ब्रिज को बिना तोड़े ही वैकल्पिक सपोर्ट तैयार करने को कहा गया है। इसके लिए जल्द ही निविदा जारी की जाएगी।