तृणमूल ने अर्जुन सिंह को 6 साल के लिए किया पार्टी से निलंबित
तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने भाटपाड़ा के विधायक अर्जुन सिंह को छह वर्ष के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने भाटपाड़ा के विधायक अर्जुन सिंह को छह वर्ष के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है। तृणमूल कांग्रेस के महासचिव व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में सिंह को निलंबित किए जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अर्जुन सिंह तृणमूल की पीठ में छुरा घोंपकर व धोखा देकर भाजपा में गए है। पार्टी उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी करेगी। वह तृणमूल कांग्रेस के विधायक हैं और भाटपाड़ा नगरपालिका के चेयरमैन पद भी संभाल रहे थे। तृणमूल नियम के तहत विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी से उनका विधायक पद खारिज करने की अपील करेगी।
पार्थ ने आगे कहा कि भाटपाड़ा में लोग मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नाम पर अर्जुन सिंह को जिताते थे। उनके जाने के बाद भी भाटपाड़ा के लोग तृणमूल के साथ रहेंगे। भाटपाड़ा नगरपालिका तृणमूल के नियंत्रण में रहेगी। पार्थ ने कहा कि ममता के नेतृत्व में राज्य की जनता की आस्था है। बैरकपुर से दिनेश त्रिवेदी पूर्ण बहुमत से जीतेंगे। चटर्जी ने मुकुल राय का नाम नहीं लेते हुए व्यंग किया कि काचरापाड़ा का एक व्यक्ति बैरकपुर क्षेत्र के लिए उम्मीदवार तलाश रहा हैं। भाजपा को उम्मीदवार नहीं मिल रहा है। चटर्जी ने कहा कि भाजपा लोगों को बांटने की राजनीति कर रही है। राज्य की जनता ने ममता को भाजपा के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित किया है।
पार्थ ने कहा कि अर्जुन सिंह के भाजपा में जाने से भाटपाड़ा के लोगों में क्षोभ है। विभिन्न दलों के नेता तृणमूल में शामिल होना चाहते हैं। भाटपाड़ा से भाजपा की राज्य कमेटी के सदस्य धर्मपाल गुप्ता, अर्जुन सिंह के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ चुके जीतेंद्र साव, जिला कांग्रेस के नेता सोमनाथ साव, राजकुमार यादव और माकपा के स्थानीय नेता संजय सिंह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए हैं। पार्थ ने तृणमूल भवन में उनका स्वागत करते हुए कहा कि उनके शामिल होने से पार्टी और मजबूत होगी। संवाददाता सम्मेलन में दिनेश त्रिवेदी भी मौजूद थे।