करोड़ों में खेलने वाले टीएमसी के बाहुबली नेता अनुब्रत मंडल के पास मुकदमा लड़ने को रुपये नहीं
मवेशी तस्करी कांड में गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस के बाहुबली नेता अनुब्रत मंडल के पास अब अपना मुकदमा लड़ने तक के लिए रुपये नहीं हैं जबकि चंद महीने पहले तक वे करोड़ों रुपये में खेला करते थे। जानिए कारण ।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। मवेशी तस्करी कांड में गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस के बाहुबली नेता अनुब्रत मंडल के पास अब अपना मुकदमा लड़ने तक के लिए रुपये नहीं हैं जबकि चंद महीने पहले तक वे करोड़ों रुपये में खेला करते थे। कारण, अनुब्रत व उनकी बेटी सुकन्या के लगभग सभी बैंक खातों को सीबीआइ ने फ्रीज कर दिया है। उनके करीबियों के बैंक खातों पर भी केंद्रीय जांच एजेंसी की पैनी नजर है। ऐसे में कोई मुकदमा लड़ने में अनुब्रत की आर्थिक मदद करके मुसीबत नहीं मोलना चाह रहा। मुकदमा लड़ने के लिए रुपये कहां से आएंगे, यह बड़ा सवाल है।
एक वरिष्ठ अधिवक्ता ने बताया कि मवेशी तस्करी कांड की सीबीआइ के साथ-साथ ईडी भी जांच कर रही है। आने वाले दिनों में अगर ईडी भी अनुब्रत को गिरफ्तार करकेअपननी हिरासत में लेती है तो उन्हें दिल्ली ले जाए जाने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। ऐसे में अनुब्रत को मजबूती से अपना मुकदमा लड़ने के लिए ऐसे अधिवक्ता की जरूरत पड़ेगी, जिस ऐसे मामले लड़ने का अच्छा-खासा अनुभव हो, जिनकी सीबीआइ व ईडन दोनों जांच कर रही है। ऐसे अधिवक्ताओं की मोटी फीस भरने के लिए अच्छी-खासी धनराशि की जरूरत होगी। सूत्रों का कहना है कि अनुब्रत की आर्थिक मदद करने वाले धनकुबेरों की कमी नहीं है लेकिन इस समय उन सभी पर सीबीआइ की पैनी नजर है इसलिए वे चाहकर भी कुछ कर पाने में सक्षम नहीं है।
दूसरी तरफ अनुब्रत के करीबियों की और भी बेनामी संपत्तियों का पता चला है। सीबीआइ की अनुब्रत के जीजा जी कमल कांति घोष पर कड़ी नजर है। वे विश्वभारती विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। उनकी 18 संपत्तियों का पता चला है। जांच में यह भी सामने आया है कि अनुब्रत के करीबी बिद्युत बरण गाइन ने महज दो साल में 28 बीघा जमीन खरीदी थी। गौर करने वाली बात यह है कि बिद्युत बोलपुर नगरपालिका का एक सामान्य कर्मचारी है। उसके नाम से बोलपुर व उसके आसपास ये जमीनें खरीदी गई हैं। इतना ही नहीं, बिद्युत दो कंपनियों में अनुब्रत मंडल की बेटी सुकन्या के साथ संयुक्त निदेशक के पद पर भी है। सीबीआइ ने कुछ दिन पहले उसके घर पर छापामारी की थी।