21 साल बाद तृणमूल ने लोगो से हटाया 'कांग्रेस'
कांग्रेस से अलग होने के 21 साल बाद अब तृणमूल कांग्रेस ने अपने लोगो से कांग्रेस शब्द को भी हटा दिया है।
जागरण संवाददाता, कोलकाता : कांग्रेस से अलग होने के 21 साल बाद अब तृणमूल कांग्रेस ने अपने लोगो से 'कांग्रेस' शब्द को भी हटा दिया है। अब तृणमूल कांग्रेस के नए लोगो में सिर्फ तृणमूल ही अंकित है। गौरतलब है कि 21 साल पहले ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस का गठन किया था और अब पार्टी ने अपने लोगो से काग्रेस नाम हटा दिया है। नए लोगो में सफेद रंग के दो फूलों के साथ हरे रंग में तृणमूल लिखा हुआ है। इसमें नीले रंग का बैकग्राउंड है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि नए लोगो को एक हफ्ते से इस्तेमाल में लाया जा रहा है। गौरतलब है कि 1998 में ममता ने काग्रेस से अलग होकर तृणमूल कांग्रेस का गठन किया था। पार्टी के एक नेता ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस को तृणमूल कहा जाता है और 21 साल बाद पार्टी अपने नए नाम के साथ सामने आ रही है। काग्रेस का नाम पार्टी के बैनर- पोस्टर और सभी प्रचार सामग्रियों से भी हटा दिया गया है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि चुनाव आयोग में पार्टी तृणमूल काग्रेस के नाम से ही रजिस्टर करेगी। फेसबुक और ट्विटर पर पार्टी के आधिकारिक पेज के साथ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उनके सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ'ब्रायन ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर नए लोगो को प्रोफाइल इमेज बनाया है।
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नए लोगो में क्या है खास
तृणमूल के नए लोगो में राष्ट्रीय ध्वज पर हरे रंग में तृणमूल लिखा है। इसके ऊपर जोड़ा घास-फूल की तस्वीर है और पीछे दो रिंग को शामिल किया गया है। छोटे रिंग को देखकर ऐसा लग रहा है मानों सूर्योदय हो रहा है और इसकी छटा में पूरा आकाश सफेद रंग का दिख रहा है जबकि बाकी का हिस्सा नीले रंग का दिख रहा है। इसके चारों तरफ घिरा हुआ एक और रिंग है जबकि नीचे टैग लाइन 'आमार, आपनार बाग्ला' (हमारा, आपका बंगाल) अंकित है। नए लोगो की व्याख्या करते हुए पार्टी के एक शीर्ष नेता ने कहा-'यह पार्टी हम सबकी है, आपकी है, जनता की है। हमने देश की जनता के साथ अपनी आतरिक भावनाओं को जोड़ने का काम किया है।'