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तृणमूल नेता ने बूथ पर विरोधियों के एजेंट को नहीं बैठने की दी धमकी

- तृणमूल के पूर्व विधायक की मौजूदगी में मतदाताओं को दी गई धमकी जागरण संवाददाता कोलकाता

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Apr 2019 11:05 PM (IST)Updated: Sun, 21 Apr 2019 06:36 AM (IST)
तृणमूल नेता ने बूथ पर विरोधियों के एजेंट को नहीं बैठने की दी धमकी

- तृणमूल के पूर्व विधायक की मौजूदगी में मतदाताओं को दी गई धमकी

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जागरण संवाददाता, कोलकाता : लोकसभा चुनाव के बीच एक बार फिर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने मतदाताओं और विपक्षी पार्टियों को धमकी दी। वह कोई आम नेता नहीं, बल्कि दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ स्थित भोगाली-2 नंबर पंचायत के मुखिया मोद्दासर हुसैन हैं। नेता ने पार्टी के पूर्व विधायक व भांगड़ के कद्दावर नेता आराबुल इस्लाम की मौजूदगी में किसी भी विपक्षी पार्टी के पोलिंग एजेंट को मतदान के दौरान बूथ पर नहीं बैठने देने की धमकी दी। यही वहीं, मतदाताओं को भी धमकाया कि अगर वे तृणमूल को छोड़ कर भाजपा, कांग्रेस या माकपा को वोट दिया, तो उन्हें कोई भी सरकारी सुविधा नहीं दी जाएगी। क्योंकि वो पंचायत का मुखिया है और सरकारी सुविधा पाने के लिए लोगों को उसके पास ही आना होगा। मालूम हो कि मोद्दासर ने इससे पहले भी विपक्षी पार्टियों को वोट देने वाले मतदाताओं का मतदाता पहचान पत्र छीन लेने की धमकी दी थी। यही नहीं, लोकसभा चुनाव की घोषणा के बावजूद आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए सरकारी चेक लेने के बदले तृणमूल की जादवपुर लोकसभा केंद्र की उम्मीदवार मिमी चक्रवर्ती को वोट देने का सार्वजनिक बयान दिया था, जिसे लेकर काफी विवाद भी हुआ था।

जानकारी के मुताबिक भोगाली-2 नंबर पंचायत क्षेत्र में तृणमूल की ओर से सभा आयोजित की गई थी। मंच पर तृणमूल के कद्दावर नेता आराबुल इस्लाम भी मौजूद थे। वहीं, माइक पकड़ कर पंचायत मुखिया मोद्दासर हुसैन मंच पर उठे और लोगों को धमकियां देनी शुरू की। लगे हाथ पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि जैसा वो निर्देश दे रहे हैं, उन्हें वैसा ही करना होगा। इसके बाद कहा कि इलाके में भाजपा, कांग्रेस और माकपा का दीवार लेखन तो उनका कोई भी पोलिंग एजेंट किसी भी बूथ पर बैठ न सके, इसकी व्यवस्था करनी होगी। मतदाताओं से धमकाते हुए कहा कि जरुरत पड़ने पर तृणमूल सरकार ही कन्याश्री और युवाश्री आदि परियोजनाओं का लाभ देती है। अगर मतदान किसी और पार्टी के खाते में पड़ेगा, तो उसके बाद कोई उनसे मदद की उम्मीद न रखे। उनके साथ कोई आदर-प्रेम भी नहीं रह जाएगा।


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