पीएम मोदी की फोटो पोस्ट करने वाले घुसपैठिए समेत तीन गिरफ्तार, बंगबंधु के हत्यारे के सहयोगियों की तलाश
सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो पोस्ट करने वाले समेत तीन बांग्लादेशी घुसपैठियों को 24 परगना जिले में बांग्लादेश की सीमा से सटे बागदा से गिरफ्तार किया गया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो पोस्ट करने वाले समेत तीन बांग्लादेशी घुसपैठियों को 24 परगना (उत्तर) जिले में बांग्लादेश की सीमा से सटे बागदा से गिरफ्तार किया गया। जिस घर में वे रह रहे थे उसके मालिक को भी हिरासत में ले लिया गया है। फिरोज मियां को एक शिकायत के बाद गिरफ्तार किया गया। उसने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री की विकृत छवि पोस्ट की थी। जांच करने पर पता चला कि वह एक बांग्लादेशी घुसपैठिया था। उसके साथ रह रहे दो अन्य घुसपैठियों को भी भारत में उनके रहने का समर्थन करने वाले किसी भी वैध दस्तावेज को दिखाने में नाकाम रहने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। राशन डीलर कृष्णा समददार को भी घुसपैठियों को किराएदार के रूप में रहने की अनुमति देने के लिए गिरफ्तार किया गया है।
अब बंगाल में बंगबंधु के हत्यारे के सहयोगियों की तलाश
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : अब बांग्लादेश पुलिस को बांग्लादेश के संस्थापक और दुनिया के महानतम नेता शेख मुजीबुर रहमान की हत्या के मामले में गिरफ्तार अभियुक्त अब्दुल माजिद के सहयोगियों की कोलकाता तथा बंगाल के अन्य हिस्सों में तलाश है। बताते चलें कि बांग्लादेश की पुलिस ने उसे राजधानी ढाका से गत मंगलवार को गिरफ्तार किया था। वह बंगबंधु की हत्या के बाद दो दशक तक पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में छिपा रहा था। बांग्लादेश की पुलिस ने भारत की खुफिया एजेंसियों और पश्चिम बंगाल पुलिस के साथ इस बारे में संपर्क साधा है। अब कोलकाता और राज्य के अन्य हिस्से में माजिद के सहयोगियों को भी तलाशा जा रहा है। वह कोलकाता में कहां रहा था और कैसे बांग्लादेश से भागा, इस बारे में भी पता लगाया जा रहा है।
15 अगस्त 1975 को सैनिक तख्तापलट कर तत्कालीन राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान की हत्या कर दी गई थी। उसमें माजिद भी शामिल था। इस हत्या के बाद वह फरार हो गया था और छिप छिप कर रह रहा था। उसने बताया है कि अवैध तरीके से सीमा पार कर बंगाल आया था और कोलकाता में छिपकर रह रहा था। खुफिया एजेंसियों को संदेह है कि इस हत्याकांड से जुड़े और भी कुछ लोग कोलकाता और आसपास के क्षेत्रों में छिपे हो सकते हैं। अब्दुल से पूछताछ कर उन लोगों के बारे में पता लगाने की कोशिश शुरू की जा रही है।
राज्य खुफिया विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बांग्लादेश के सुरक्षाकर्मियों ने अनौपचारिक तौर पर माजिद के बारे में जानकारी दी है। कोलकाता में उसके छिपने की जगह और उसके साथियों के बारे में भी चर्चा हुई है। हालात पर निगरानी रखी जा रही है। उल्लेखनीय है कि शेख मुजीबुर रहमान को बंगबंधु के नाम से जाना जाता है। पाकिस्तान के खिलाफ सशस्त्र संग्राम की अगुवाई करते हुए उन्होंने बांग्लादेश को आजादी दिलाई थी।
बाद में वह देश के प्रधानमंत्री भी बने थे लेकिन 15 अगस्त 1975 को सैनिक तख्तापलट कर उनकी हत्या कर दी गई थी। इसके बाद उनकी दो बेटियों में से एक शेख हसीना जर्मनी से दिल्ली आई थीं और 1981 तक दिल्ली में ही रहीं। बाद में बांग्लादेश गई और पिता की राजनीतिक विरासत को संभाला है। वर्तमान में शेख हसीना वहां की प्रधानमंत्री हैं।