Bengal: जादवपुर विश्वविद्यालय की प्रोफेसर ने भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं पर लगाया बदसलूकी का आरोप
Jadavpur Universit. जादवपुर विश्वविद्यालय की प्रोफेसर ने भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं पर बदसलूकी का आरोप लगाया है।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) की एक महिला प्रोफेसर ने भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं पर विश्वविद्यालय परिसर के पास उनके साथ बदसलूकी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि एक विशेष समुदाय के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणी का विरोध करने पर उनके साथ बुरा सलूक किया गया।
विवि के अंग्रेजी विभाग की सहायक प्रोफेसर दोयीता मजुमदार ने फेसबुक पर लिखा कि मैं नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ निकाली गई रैली से लौट रही थी, उसी समय भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं ने मेरे साथ धक्का-मुक्की की और दुर्व्यवहार किया।
दूसरी तरफ, प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने इससे इन्कार करते हुए कहा कि वामो समर्थकों ने सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर के पास पार्टी की एक बैठक वाली जगह के आसपास प्रदर्शन किया, जबकि भाजपा कार्यकर्ताओं ने संयम बनाए रखा। बैठक में पार्टी के राज्यसभा सदस्य स्वपन दासगुप्ता, बनगांव से लोकसभा सांसद शांतनु ठाकुर और वरिष्ठ पार्टी नेता शमिक भट्टाचार्य शामिल थे।
शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि हम जिस समय बैठक कर रहे थे, उसी वक्त वामदलों के कुछ समर्थक आकर नारे लगाने लगे। उन्होंने हमारे कार्यकर्ताओं को धक्का भी दिया लेकिन हमने संयम बनाए रखा। हमारे कार्यकर्ता किसी भी हमले में शामिल नहीं हैं।
विश्वभारती के कुलपति समेत कई लोगों पर छेड़छाड़ का आरोप
पौष मेला में महिला के साथ छेड़छाड़ का आरोप विश्वभारती विश्वविद्यालय के कुलपति समेत कई लोगों पर लगा है। पीड़िता ने थाने में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई है। उधर, बोलपुर व्यवसायी समिति ने आरोपितों के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी हे।
सूत्रों के अनुसार बीते रविवार की शाम महिला अपने पति के साथ पौष मेला में पहुंची थी। आरोप है कि मेला से निकलते वक्त कुछ लोगों ने महिला का हाथ पकड़कर खींचतान और छेड़छाड़ की। कपड़े भी फाड़ दिए गए। महिला के अनुसार आरोपितों में विश्वभारती के कुलपति विद्युत चक्रवर्ती के अलावा संजय घोष, अनिर्वान सरकार, गौतम साहा, सुब्रत मंडल शामिल थे। पीड़िता ने उक्त आरोपितों के खिलाफ शांतिनिकेतन थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उधर, बोलपुर व्यवसायी समिति ने आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। इस बाबत विश्वभारती प्रशासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
गौरतलब है कि रविवार दोपहर पौष मेला स्थल से दुकानें हटाए जाने को लेकर विश्वभारती प्रशासन और व्यापारियों में टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। आरोप था कि कुलपति विद्युत चक्रवर्ती ने निजी सुरक्षा कर्मियों के साथ मिलकर दुकानों में तोड़फोड़ और लूटपाट की गई थी।