चुनावी व्यवस्था को लेकर आयोग के पत्र का राज्य सरकार ने दिया जवाब, बंगाल फतह करने की तैयारी में जुटी तृकां
2016 के विस चुनाव व 2019 के लोस चुनाव जितनी तादाद में ही केंद्रीय बल की मांग। कितने हेलीकॉप्टर और एंबुलेंस की व्यवस्था करनी पड़ेगी। भाजपा तृणमूल कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेंकने को आतुर है वहीं तृकां तीसरी बार बंगाल फतह की जोर-शोर से तैयारियों में जुट गई है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बिहार विधानसभा चुनाव के संपन्न होने के बाद चुनाव आयोग का ध्यान अब बंगाल पर है। बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। उस बाबत कितने केंद्रीय बल की जरूरत पड़ेगी, कितने हेलीकॉप्टर और एंबुलेंस की व्यवस्था करनी पड़ेगी। इन तमाम चीजों की जानकारी के लिए चुनाव आयोग की तरफ से राज्य सरकार को पत्र लिखा गया था।
भाजपा तृणमूल कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेंकने को आतुर
राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी आरिज आफताब की तरफ से लिखे गए उस पत्र का राज्य के गृह सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी ने जवाब दिया है। गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद बंगाल में होने वाला विधानसभा चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है। भाजपा तृणमूल कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेंकने को आतुर है, वहीं तृकां लगातार तीसरी बार बंगाल फतह करने के लिए जोर-शोर से तैयारियों में जुट गई है।
कोरोना के हालात देखते एंबुलेंस की व्यवस्था करनी होगी
राज्य सचिवालय नवान्न सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार की तरफ से कहा गया है कि 2016 के विधानसभा चुनाव एवं 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के समय बंगाल में जितनी तादाद में केंद्रीय बल की तैनाती की गई थी, इस बार भी उतनी की ही जरुरत पड़ेगी। हेलीकॉप्टरों को स्टैंडबाई रखना होगा। इसी तरह कोरोना के हालात को देखते हुए इस बार ज्यादा संख्या में एंबुलेंस की व्यवस्था करनी होगी।
पिछले चुनाव की तुलना में अधिक केंद्रीय बल की तैनाती
चुनाव आयोग सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बंगाल में अगले विधानसभा चुनाव में पिछले चुनाव की तुलना में अधिक संख्या में केंद्रीय बल की तैनाती की जा सकती है। चुनाव आयोग नहीं चाहता कि बंगाल विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर उसपर किसी तरह का सवाल उठे इसलिए वह अभी से ही बेहद सक्रिय होकर तैयारियों में जुट गया है।