इस्कॉन पर भी कोरोना की काली छाया, होली मनाने आने वाले विदेशी कृष्ण भक्तों की संख्या न के बराबर
मायापुर इस्कॉन पर भी कोरोना की काली छाया देखने को मिल रही है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। मायापुर इस्कॉन पर भी कोरोना की काली छाया देखने को मिली है। मायापुर अपने बसंत उत्सव के लिए दुनियाभर में मशहूर है। यहां हर साल बड़ी संख्या में विदेशी कृष्ण भक्त होली मनाने आते हैं लेकिन इस बार उनकी संख्या न के बराबर रही है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस बार चीन से मात्र दो कृष्ण भक्त मायापुर पहुंचे हैं। मलेशिया, थाईलैंड, कोरिया समेत विभिन्न देशों से भी बहुत कम कृष्ण भक्त आए हैं।
मायापुर इस्कॉन के को-आर्डिनेटर जगदार्तिहा दास ने बताया-'अब तक जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक 300 विदेशी भक्त कम पहुंचे हैं। इसका कारण कोरोना वायरस का आतंक हो सकता है।'
वहीं मायापुर इस्कॉन के जनसंपर्क अधिकारी रसिक गौरांग दास ने बताया-'विदेशी भक्त कोरोना को लेकर काफी सचेत हैं। चीन से 45 कृष्ण भक्तों के जनवरी में मायापुर आने की बात थी। उनमें से सिर्फ दो लोग ही पहुंचे हैं। वे भी काफी पहले ही आ गए थे।'
दास ने आगे कहा-'हम कोरोना वायरस को लेकर आतंकित नहीं हैं। सरकार सजग है और सारे जरुरी कदम उठा रही है। हम भी लोगों से कह रहे हैं कि कोरोना को लेकर फैल रहे अफवाहों पर ध्यान न दें। हम इस साल बसंत उत्सव में एक लाख भक्तों की भीड़ होने की उम्मीद कर रहे हैं।'
इस्कान मंदिर परिसर में इस समय बहुतों को मुंह पर मास्क लगाकर घूमते देखा जा रहा है। रूस से आए एक कृष्ण भक्त ने कहा- 'भगवान कृष्ण और चैतन्य महाप्रभु ही हमारी रक्षा करेंगे। किसी पर कोई संकट नहीं आएगा।' उधर नवद्वीप के विभिन्न मठों में भी इस बार कम संख्या में भक्त आए हैं। नवद्वीप नगरपालिका के प्रधान विमान कृष्ण साहा ने बताया-'हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं। विभिन्न जगहों पर स्वास्थ्य शिविर खोले गए हैं। किसी के भी अस्वस्थ होने पर उसकी जांच कराई जा रही है।