बंगाल के नवनियुक्त राज्यपाल ने प्रतिष्ठित विश्वभारती विश्वविद्यालय के रेक्टर की कुर्सी संभाली
बंगाल के नवनियुक्त राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने बीरभूम जिले के बोलपुर शांतिनिकेतन में स्थित प्रतिष्ठित विश्वभारती विश्वविद्यालय के रेक्टर की कुर्सी संभाली है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा रविवार को इस संबंध में बयान जारी किया गया है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल के नवनियुक्त राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने बीरभूम जिले के बोलपुर शांतिनिकेतन में स्थित प्रतिष्ठित विश्वभारती विश्वविद्यालय के रेक्टर की कुर्सी संभाली है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा रविवार को जारी एक बयान में बोस को मानदंडों के अनुसार विश्वविद्यालय के नए रेक्टर के रूप में घोषित किया गया।
जगदीप धनखड़ के बाद संभाली
इस कुर्सी पर बोस ने राज्य के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ का स्थान लिया है, जो वर्तमान में देश के उपराष्ट्रपति हैं। उपराष्ट्रपति पद के लिए नामित होने के बाद धनखड़ के जुलाई में राज्यपाल पद से इस्तीफे के बाद बोस से पहले बीच की अवधि में कार्यवाहक राज्यपाल की जिम्मेदारी संभालने वाले ला गणेशन ने हालांकि विश्वभारती विश्वविद्यालय के रेक्टर की कुर्सी नहीं संभाली थीं।
पीएम हैं कुलाधिपति
बता दें कि अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालयों में जहां भारत के राष्ट्रपति कुलाधिपति होते हैं, वहीं विश्वभारती विश्वविद्यालय के मामले में प्रधानमंत्री कुलाधिपति होते हैं, जबकि राष्ट्रपति विजिटर होते हैं। उस मानदंड से, वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु विजिटर हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विश्वभारती विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हैं। समान मानदंडों के अनुसार, बंगाल के राज्यपाल पारंपरिक रूप से विश्वभारती विश्वविद्यालय के रेक्टर हैं, जिसे मई 1951 में एक केंद्रीय विश्वविद्यालय और संसद के एक अधिनियम द्वारा राष्ट्रीय महत्व का संस्थान घोषित किया गया था।
बलराज साहनी, सत्यजीत रे व इंदिरा गांधी ने यहां से की पढ़ाई
महान भारतीय अभिनेता बलराज साहनी इस प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में अंग्रेजी के शिक्षक रह चुके हैं। नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने 1953 से 1954 तक विश्वविद्यालय के दूसरे कुलपति के रूप में कार्य किया। विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों की सूची में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, प्रसिद्ध भारतीय मूर्तिकार और चित्रकार रामकिंकर बैज, भारतीय समकालीन कला इतिहासकार रमन शिव कुमार और प्रतिष्ठित फिल्म निर्देशक सत्यजीत रे शामिल हैं।