एनआरसी के डर से बांग्लादेश लौटे घुसपैठिए फिर भारत में घुसने का कर रहा था प्रयास, बीएसएफ के हत्थे चढ़ा
एनआरसी के डर से बांग्लादेश लौटे तीन घुसपैठिए फिर भारत में घुसने का कर रहा था प्रयास पकड़े गए लोगों में 2 महिला व एक पुरुष नदिया जिले के रास्ते भारत में करना चाहता था प्रवेश
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल के नदिया जिले में अवैध रूप से अंतर्राष्ट्रीय सीमा को पार कर भारत में घुसपैठ का प्रयास करते फिर तीन बांग्लादेशी नागरिकों को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पकड़ा है। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की ओर से एक बयान में बताया गया कि इनमें 2 महिलाएं एवं एक पुरुष शामिल हैं। बीएसएफ की कुमारी सीमा चौकी क्षेत्र से आठवीं बटालियन के जवानों ने गुरुवार को उन्हें पकड़ा।
बीएसएफ अधिकारियों ने कहा कि पूछताछ के दौरान बांग्लादेशी नागरिकों ने दावा किया कि वे लोग पहले मुंबई और बेंगलुरु में काम करते थे लेकिन पिछले साल जब भारत में एनआरसी का मुद्दा चल रहा था तब वे लोग एक दलाल की मदद से वापस बांग्लादेश लौट गए थे। अब एनआरसी व सीएए का मुद्दा भारत में शांत पड़ने के बाद उन लोगों ने काम के सिलसिले में फिर यहां लौटने का फैसला किया। पकड़े गए लोगों में एक दंपति के अलावा एक अन्य महिला है। तीनों बांग्लादेश के यशोर जिले के रहने वाले हैं। इनके नाम रूपा शेख, पति- स्व रूबेल मोल्ला, मोनित हुसैन (48) एवं उनकी पत्नी नुशाद हुसैन (40) है।रूपा शेख ने बीएसएफ को बताया कि पांच साल पहले वह बेनापोल इलाके से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर अपने पति से मिलने के लिए भारतीय शहर मुंबई गई थी और वहां घर की नौकरानी का काम शुरू कर दिया।इसके अलावा मोनित हुसैन ने कहा कि वह अपनी पत्नी के साथ श्रम कार्य के लिए बेंगलुरु जा रहा था और उसका एक रिश्तेदार बेंगलुरु में ही रहता है।
5 में से 2 बांग्लादेशी भागने में रहा सफल
बयान के मुताबिक, अवैध क्रॉसिंग के बारे में सूचना मिलने पर सीमा चौकी कुमारी में 8वीं बटालियन के कम्पनी कमांडर अमित क्वातरा ने जवानों को अलर्ट कर दिया। दोपहर लगभग 12: 10 बजे बीएसएफ जवानों ने बांग्लादेश से भारत आने वाले पांच व्यक्तियों के एक समूह को कुमारी गांव के पास देखा। जवानों ने तुरंत पीछा करते हुए इनमें से 3 बांग्लादेशी नागरिकों (दो महिला और एक पुरुष) को पकड़ लिया जबकि अन्य दो व्यक्ति किसी तरह बांग्लादेश वापस भागने में सफल रहा।
भारत में प्रवेश करने के लिए दलालों की मदद ली
पूछताछ में तीनों ने आगे खुलासा किया कि भारत में अवैध रूप से आने करने के लिए उन्होंने बांग्लादेशी दलाल बादल शेख और राजू शेख, को प्रति व्यक्ति 5,000 बांग्लादेशी टका दिए थे। दोनों दलाल यशोर जिले का रहने वाला है। फिर बांग्लादेशी दलालों ने इन लोगों को एक भारतीय दलाल नाम- मुज़फ़्फ़र मंडल, गांव- कुमारी, रामनगर, जिला- नादिया को सौंपा, जिसका घर रामनगर गांव में मस्जिद के पास है।
बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि बांग्लादेशी नागरिकों के पास से 2,472 बांग्लादेशी मुद्रा, 2 मोबाइल फोन व अन्य सामान बरामद किया गया है। बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए बांग्लादेशी नागरिकों को हंसखाली थाने को सौंप दिया है।साथ ही मानव तस्करी में सक्रिय नेटवर्क का पता लगाने के लिए बीएसएफ ने प्राथमिकी भी दर्ज कराई है।