सेना के अधिकारी की आड़ में ऑनलाइन ठगी के जरिए व्यापारी के खाते से 83,000 रुपये ठगेे
रंजीत मल्लिक नाम के व्यवसायी ने तपसिया पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। साइबर क्राइम शहर में फिर से सामने आया है। जालसाजों ने सेना के एक अधिकारी की आड़ में ऑनलाइन ठगी के जरिए एक व्यापारी के खाते से करीब 83,000 रुपये ठग लिए। रंजीत मल्लिक नाम के व्यवसायी ने तपसिया पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस को संदेह है कि इसके पीछे जामताड़ा गिरोह भी हो सकता है।
कुछ दिनों पहले टॉलीगंज के नवीन दास नाम के एक मेकअप आर्टिस्ट को धोखेबाजों ने इसी तरह से फंसाया था। जालसाज ऑनलाइन पैसे भेजने के नाम पर एक क्यूआर कोड भेजते हैं। उसे सिर्फ स्कैन करने से ही संबंधित व्यक्ति के बैंक खाते से पैसा निकल जाता है।
रंजीत के साथ भी बहुत कुछ ऐसा ही हुआ है। शनिवार को व्यवसायी ने कहा कि एक व्यक्ति ने एक निजी कंपनी की ओर से दो एयर कंडीशनिंग मशीनों का ऑर्डर दिया।" उसने कहा कि वह गूगल पे के माध्यम से अग्रिम भुगतान करेगा। जिस कंपनी के लिए से एयर कंडीशनर खरीदा जाना था, उसके पास गूगल पे अकाउंट नहीं है। इसलिए मैंने कंपनी के एक अधिकारी को अपने खाते में पैसे भेजने के लिए कहा। इसके बाद जालसाजी की वही पुरानी स्ट्रेटजी।
जालसाज ने रंजीत को यह पता लगाने के लिए पांच रुपये ट्रांसफर करने को कहा कि क्या गूगल पे अकाउंट ठीक से काम कर रहा है। उसके बाद दो चरणों में व्यवसायी के बैंक के खाते से कुल 83 हजार रुपये निकाल लिए गए। पीड़ित व्यवसाई ने पहले बैंक को इसके बारे में जानकारी दी। उसके बाद उन्होंने तपसिया थाने में एक शिकााायत दर्ज कराई। पुलिस के मुताबिक हाल के दिनों में इसी तरह से सेना के अधिकारियों की आड़ में धोखाधड़ी की जा रही है। पुलिस को संदेह है कि इसके पीछे जामताड़ा गिरोह भी हो सकता है।