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West Bengal: भाजपा नहीं छोड़ूंगा,पार्टी के ‘विवेक रक्षक’ की भूमिका निभाता रहूंगा: तथागत राय

West Bengal तथागत राय ने कहा कि वह पार्टी के ‘विवेक रक्षक’ बने रहेंगे। एक दिन पहले भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने उनसे कहा था कि अगर वह पार्टी की कार्यशैली से निराश और असहज हैं तो शर्मिंदा होने से पहले वह पार्टी छोड़ने के लिए स्वतंत्र हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sun, 07 Nov 2021 06:11 PM (IST)Updated: Sun, 07 Nov 2021 06:11 PM (IST)
बंगाल भाजपा के नेता तथागत राय। फाइल फोटो

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता तथागत राय ने रविवार को कहा कि वह पार्टी के ‘विवेक रक्षक’ बने रहेंगे। एक दिन पहले भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने उनसे कहा था कि अगर वह पार्टी की कार्यशैली से निराश और असहज हैं, तो शर्मिंदा होने से पहले वह पार्टी छोड़ने के लिए स्वतंत्र हैं। राय ने साफ किया कि उनकी पार्टी छोड़ने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने रविवार को ट्विटर पर लिखा कि मुझे कल से फोन काल की बाढ़ सी आ गई है। मैं आपको विश्वास दिला दूं कि मैं खुद से पार्टी नहीं छोड़ रहा हूं। मेघालय के पूर्व राज्यपाल ने बंगाल में मार्च-अप्रैल में विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी के प्रभारी रहे कैलाश विजयवर्गीय, घोष और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं अरविंद मेनन तथा शिवप्रकाश के फैसलों की आलोचना की थी और राज्य में भाजपा की पराजय के लिए ट्वीट करके इन नेताओं को जिम्मेदार ठहराया था।

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उन्होंने पार्टी में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को बड़ी संख्या में शामिल करने के लिए भी वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदार ठहराया था। घोष के बयान के जवाब में रीय ने कहा कि वह पार्टी के सामान्य सदस्य बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि अगर वह पार्टी छोड़ते तो उन्होंने कई राज उजागर किए होते, लेकिन फिलहाल ऐसा नहीं होने जा रहा। राय ने कहा कि मैं भाजपा का साधारण सदस्य हूं। मैं ‘जात्रा’ की तरह पार्टी में विवेक रक्षक की भूमिका निभाता रहूंगा। 

गौरतलब है कि पार्टी के खिलाफ एक के बाद एक विस्फोटक बयान देने के बाद भाजपा की राष्ट्रीय कार्य समिति के सदस्य और बंगाल भाजपा नेता जय बनर्जी ने सीधे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर शीघ्र ही पार्टी छोड़ने के फैसले की जानकारी दी है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि दो साल तक उन्हें टीम में एक महत्वपूर्ण पद से भी काम करने का मौका नहीं मिला। प्रदेश नेतृत्व की अवहेलना के कारण वह भाजपा छोड़ रहे हैं। जय बनर्जी ने शनिवार को पीएम मोदी को एक छोटा पत्र लिखकर उन्हें दिवाली की शुभकामनाएं दीं। पत्र में उन्होंने लिखा है कि यह गर्व की बात है कि वह 2017 से भाजपा से जुड़े हैं।


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