Bengal Assembly Elections: आज कोलकाता में बुद्धिजीवियों व युवा प्रतिभाओं से मुलाकात करेंगे संघ प्रमुख भागवत
संघ प्रमुख के दौरे से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की और बढ़ सकती है बेचैनी अगले सप्ताह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे से आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत एक बार फिर बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर कोलकाता पहुंचे। इस दौरे को बेहद अहम माना जा रहा है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। अगले सप्ताह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे से पहले शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत एक बार फिर बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर कोलकाता पहुंचे। इस दौरे को बेहद अहम माना जा रहा है।
संघ के सूत्रों ने बताया कि भागवत रविवार को राज्य के कुछ युवा प्रतिभाओं और बुद्धिजीवियों से मुलाकात करेंगे, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में कामयाबी हासिल की है। इसमें स्पेस रिसर्च, नासा, माइक्रोबायोलॉजी व मेडिकल साइंस के क्षेत्र में काम कर रहे बंगाल के युवा प्रतिभाओं से मुलाकात करने का उनका कार्यक्रम है। इसके अलावा वह कुछ ऐसे लोगों से भी मिलेंगे जो विदेश से अपने देश में लौटकर मेक इन इंडिया अथवा आत्मनिर्भर भारत मिशन में योगदान कर रहे हैं। इन सबके अलावा भागवत सरोद वादक पंडित तेजेंद्र नारायण मजूमदार और प्रख्यात कवि, क्लासिकल सिंगर व कुछ लेखकों से भी मुलाकात कर सकते हैं। वह बंगाल में अपने चुनिंदा संगठन प्रमुखों, जो कि यहां सक्रिय हैं उनके साथ बैठक भी करेंगे।
इससे पहले शनिवार को यहां पहुंचने के बाद भागवत ने कोलकाता में संघ कार्यालय पहुंचकर पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। गौरतलब है कि दो दिन पहले बंगाल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के बाद कोलकाता से लेकर दिल्ली तक राजनीति गरमाई हुई है, ऐसे में भागवत के दौरे से बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की बेचैनी और बढ़ सकती है।
दरअसल अगस्त, 2019 के बाद से अब तक भागवत की यह पांचवीं बंगाल यात्रा है। इस साल उनकी यह दूसरी यात्रा है। उनका ध्येय संगठन को ब्लॉक स्तर पर मजबूत करना है। वह 2019 में तीन बार एक अगस्त, 31 अगस्त व 19 सिंतबर और 2020 में 22 सिंतबर को बंगाल की यात्रा कर चुके हैं।
अपने हर दौरे में भागवत संगठन को ब्लॉक स्तर पर मजबूत करने का मंत्र देते रहे हैं। दरअसल बंगाल में अगले साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भागवत भाजपा की जमीन तैयार करने के लिए बार-बार बंगाल के दौरे पर आ रहे हैं।