अब प्रदेश भाजपा सचिव सब्यसाची दत्ता टीएमसी में लौटे, विधानसभा चुनाव में हार के बाद से ही भाजपा से बना चल रहे थे दूरी
बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद से भाजपा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। विधायक व नेता पार्टी छोड़ते जा रहे हैं। इसी क्रम में अब प्रदेश भाजपा के सचिव और विधाननगर के पूर्व मेयर सब्यसाची दत्ता भी वापस टीएमसी में लौट गए हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद से भाजपा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। एक के बाद एक विधायक व नेता पार्टी छोड़ते जा रहे हैं। इसी क्रम में अब प्रदेश भाजपा के सचिव और विधाननगर के पूर्व मेयर सब्यसाची दत्ता भी वापस सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में लौट गए हैं। गुरुवार को विधानसभा में पहले उन्होंने तृणमूल सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ मुलाकात की। इसके बाद तृणमूल महासचिव व मंत्री पार्थ चटर्जी एवं मंत्री फिरहाद हकीम की मौजूदगी में टीएमसी का दामन थाम लिया।
गौरतलब है कि टीएमसी के पूर्व विधायक दत्ता 2019 में दुर्गा पूजा से पहले भाजपा में शामिल हुए थे। वहीं, इस बार भी वह दुर्गा पूजा से ठीक पहले अपनी पुरानी पार्टी में लौटे हैं। चुनाव में हार के बाद से ही दत्ता पार्टी से दूरी बनाकर चल रहे थे। टीएमसी में उनकी 'घर वापसी' को लेकर अटकलें पहले से तेज थी। इधर, टीएमसी में शामिल होने के मौके पर दत्ता ने कहा कि पार्टी के साथ कुछ गलतफहमी हुई थी।
इस कारण वह पार्टी छोड़ कर चले गए थे। अब वह घर में लौट आए हैं और पार्टी जिस तरह कहेगी, उस अनुसार काम करेंगे। वहीं, इस दौरान टीएमसी के महासचिव पार्थ चटर्जी ने दत्ता के पार्टी में शामिल होने की घोषणा करते हुए कहा कि वह फिर से दल में वापस लौट गए हैं। उन्होंने कहा कि आज ममता बनर्जी ने तीसरी बार विधायक पद की शपथ ली है। इस शुभ अवसर पर उनकी टीएमसी में वापसी हुई है।
मुकुल के करीबी माने जाते हैं दत्ता
दत्ता, मुकुल राय के काफी करीबी माने जाते हैं। भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद मुकुल पहले ही टीएमसी में शामिल हो चुके हैं। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के बाद से अब तक भाजपा के पांच विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं। इनमें से चार विधायक टीएमसी में शामिल हो चुके हैं। इसके अलावा पिछले महीने पूर्व केंद्रीय मंत्री व आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो भी भाजपा छोड़ टीएमसी में शामिल हो गए थे।
दत्ता की टीएमसी में राह नहीं है आसान
इधर, टीएमसी में सब्यसाची दत्ता की राह आसान नहीं होने वाली है। उन्हें अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी विधाननगर के विधायक और राज्य के अग्निशमन मंत्री सुजीत बोस और राजारहाट न्यूटाउन के विधायक तापस चटर्जी के विरोध का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि यह भा कहा जा रहा है कि इन दोनों नेताओं और उनके कैंप के लोगों को दुश्मनी के किसी भी सार्वजनिक प्रदर्शन से परहेज करने का संदेश शीर्ष नेतृत्व की ओर से दिया गया है। बता दें कि दत्ता इस बार विधानसभा चुनाव में अपनी सीट नहीं बचा पाए थे और विधाननगर सीट पर उन्हें सुजीत बोस से करारी हार का सामना करना पड़ा था।