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मतगणना के मद्देनजर नंदीग्राम को लेकर विशेष सतर्कता, शांति बहाली के लिए पुलिस व केंद्रीय बल की 13 कंपनियां तैनात

लोगों को इस बात का डर है कि यहां पर चुनाव नतीजे जिसके भी पक्ष में आएं हिंसा होगी। इस आशंका और खुफिया रिपोर्ट के आधार पर इलाके में शांति बहाली के लिए चुनाव आयोग के निर्देश पर नंदीग्राम में केंद्रीय बल राज्य पुलिस की 13 कंपनियां तैनात की गई

By Priti JhaEdited By: Published: Sat, 01 May 2021 03:08 PM (IST)Updated: Sat, 01 May 2021 09:25 PM (IST)
शांति बहाली के लिए पुलिस व केंद्रीय बल की 13 कंपनियां तैनात

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है। अब सभी लोगों को परिणाम का इंतजार है, जब एक दिन बाद ही दो मई यानी रविवार को मतगणना है और इसमें साफ हो जाएगा कि जीत का सेहरा किसके सिर बंधेगा। इधर, इस बार राज्य की सबसे हाई प्रोफाइल सीट नंदीग्राम में हार व जीत के परिणाम को लेकर सबकी नजरें टिकी है।

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राजनीतिक लिहाज से यह केंद्र इसलिए अहम हो गया है क्योंकि यहां से खुद राज्य की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी की टक्कर कभी उनके करीबी रहे कद्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी से, जो अब यहां से भाजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं। सुवेंदु की चुनौती को देखते हुए ममता ने अपनी परंपरागत सीट भवानीपुर को छोड़कर इस बार यहां से खुद चुनाव लड़ने का फैसला किया।

इसीलिए नंदीग्राम के महासंग्राम का क्या नतीजा निकलता है यह हर कोई जानना चाहता है। इधर, मतगणना के मद्देनजर नंदीग्राम में अशांति की आशंका को देखते हुए चुनाव आयोग से लेकर राज्य प्रशासन भी पूरी तरह सतर्क है।

दरअसल, लोगों को इस बात का डर है कि यहां पर चुनाव नतीजे जिसके भी पक्ष में आएं, हिंसा होगी। इस आशंका और खुफिया रिपोर्ट के आधार पर इलाके में शांति बहाली के लिए चुनाव आयोग के निर्देश पर नंदीग्राम में केंद्रीय बल और राज्य पुलिस की 13 कंपनियां तैनात की गई है। चुनाव से पहले और बाद में भी नंदीग्राम में खूब राजनीतिक हिंसा हुई थी। हत्या, पिटाई और बर्बरता सहित कई घटनाएं यहां सामने आए। यहां तक कि खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि उन पर कथित रूप से हमला किया गया।मतगणना के दिन भी यहां जमकर हिंसा हुई थी और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा की ओर से एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए थे। इसको देखते हुए अब यहां का चुनाव परिणाम आने के बाद हिंसा की आशंका को देखते हुए पहले से काफी सतर्कता बरती जा रही है।

नंदीग्राम के ओसी (थानेदार) अजीत झा ने बताया कि 1 अप्रैल को हुए मतदान के बाद नंदीग्राम में शांति बनाए रखने के लिए राज्य पुलिस के साथ केंद्रीय बलों की और 13 कंपनियों की तैनाती की गई है। नंदीग्राम के अलावा हल्दिया और महिषादल विधानसभा क्षेत्रों के वोट भी इसी विधानसभा क्षेत्र में गिने जाएंगे। कुल 18 राउंड की गिनती होगी। इसके बाद ही अंतिम नतीजों का पता चल सकेगा। लिहाजा प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है। 


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