Bhabanipur By Election: भवानीपुर सीट को लेकर अब वरिष्ठ माकपा नेता ने हाईकोर्ट में दायर की जनहित याचिका
Bhabanipur By Election माकपा के वरिष्ठ नेता व अधिवक्ता बिकाश रंजन भट्टाचार्य ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। उन्होंने अपनी याचिका में कहा कि पांच विधानसभा सीटों में सिर्फ भवानीपुर सीट पर ही क्यों उपचुनाव हो रहा है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कोलकाता की भवानीपुर सीट पर होने जा रहे उपचुनाव को लेकर अब माकपा के वरिष्ठ नेता व अधिवक्ता बिकाश रंजन भट्टाचार्य ने हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। उन्होंने अपनी याचिका में कहा है कि पांच विधानसभा सीटों में सिर्फ भवानीपुर सीट पर ही क्यों उपचुनाव हो रहा है। उन्होंने कहा है कि ममता बनर्जी को संवैधानिक संकट से बचाने के लिए उपचुनाव हो रहा है। यह चुनाव आयोग का एक तरफा फैसला है। मामले की सुनवाई 13 सितंबर को होगी। इस संबंध में हाई कोर्ट में दो अलग-अलग मामले भी दर्ज किए गए हैं।माकपा नेता ने मुख्य सचिव एचके द्विवेदी के उस आग्रह पर भी सवाल उठाया, जिसमें उन्होंने चुनाव आयोग से भवानीपुर में शीघ्र चुनाव कराने की बात कही थी।
वरिष्ठ अधिवक्ता ने कहा कि कैसे मुख्य सचिव चुनाव आयोग से आग्रह कर सकता है। 13 सितंबर को बिकाश रंजन भट्टाचार्य की याचिका पर कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल की अदालत में सुनवाई होगी। गौरतलब है कि इस संबंध में वकील रमा प्रसाद सरकार और वकील सायन बनर्जी ने भी दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। भवानीपुर सीट पर 30 सितंबर को उपचुनाव होने जा रहा है। यहां टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी चुनाव लड़ रही हैं। भाजपा ने यहां प्रियंका टिबड़ेवाल अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि वाममोर्चा की ओर से श्रीजीब बिश्वास मैदान में हैं।
भवानीपुर उपचुनाव: भाजपा प्रत्याशी को ‘बच्ची’ कहने पर हकीम और टिबड़ेवाल के बीच जुबानी जंग
बंगाल के भवानीपुर विधानसभा सीट पर 30 सितंबर को होने वाले उपचुनाव में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ भाजपा की ओर से मैदान में उतरी प्रियंका टिबड़ेवाल को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता व मंत्री फिरहाद हकीम द्वारा ‘बच्ची’ करार दिए जाने पर रविवार को हकीम और टिबड़ेवाल के बीच जुबानी जंग छिड़ गई।टिबड़ेवाल कुछ साल पहले भाजपा में शामिल हुई थीं और इस साल के शुरू में हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें इंटाली सीट से हार का सामना करना पड़ा था। वह पेशे से वकील हैं, जो विधानसभा चुनाव के बाद अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हुए कथित हमलों के मामलों को अदालत तक लेकर गईं।हकीम की टिप्पणी के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में टिबड़ेवाल ने कहा, एक बच्ची हमेशा के लिए बच्ची नहीं रहती। बच्ची अब चुनौतियों का सामना करने के लिए बड़ी हो गई है।
उन्होंने कहा, निश्चित तौर पर मेरी प्रतिद्वंद्वी ममता बनर्जी और उनके पार्टी प्रचारक फिरहाद हकीम मुझसे उम्र में बहुत बड़े हैं, लेकिन मैं यहां लोकतंत्र की रक्षा करने और तृणमूल कांग्रेस के आतंक से लोगों को बचाने की लड़ाई लड़ने आई हूं। दरअसल, हकीम ने एक दिन पहले पत्रकारों से बातचीत में कहा था, प्रियंका टिबड़ेवाल बच्ची हैं। उन्हें पहले भी इंटाली से हार मिली है। भाजपा का कोई भी वरिष्ठ नेता भवानीपुर में ममता बनर्जी के खिलाफ उपचुनाव लड़ने को तैयार नहीं है, उन्होंने लड़ाई के मैदान में इस बच्ची को आगे कर दिया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा था, मेरी सहानुभूति प्रियंका टिबड़ैवाल के लिए है, जिन्हें भारी हार का सामना करना पड़ेगा, लेकिन उनकी मदद नहीं कर सकता क्योंकि ममता बनर्जी भवानीपुर के लोगों के दिलों में हैं।