Bengal Assembly Elections 2021: बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले सक्रिय हुआ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
Assembly elections in Bengal सूबे में बंद पड़ी अपनी डेढ़ हजार शाखाओं को मार्च तक खोलने का दिया निर्देश। वाममोर्चा के 34 वर्षों के शासन के दौरान बंगाल में आरएसएस की शाखाओं की संख्या 1000 के आसपास थी जो वर्तमान में 3000 के करीब है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) सक्रिय हो उठा है। आरएसएस ने सूबे में बंद पड़ी अपनी डेढ़ हजार शाखाओं को इस साल मार्च तक खोलने का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि पिछले साल मार्च में लॉकडाउन के समय से ये शाखाएं बंद पड़ी हुई हैं।
शाखाओं को खोलने के साथ-साथ आरएसएस के सदस्यों को नियमित रूप से वहां जाने का भी निर्देश दिया गया है, यानी वहां शारीरिक व्यायाम, आर्थिक व सामाजिक विषयों पर चर्चा फिर से शुरू करने को कहा गया है। राजनीतिक विश्लेषक इसे विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए फायदेमंद पहल बता रहे हैं।
गौरतलब है कि वर्तमान में पूरे बंगाल में आरएसएस की 2,900 शाखाएं है, जिनमें से दक्षिण बंगाल में 2,200 और उत्तर बंगाल में 700 शाखाएं हैं। इनमें से महज 1400 शाखाएं ही इस समय नियमित रूप से चल रही हैं। आरएसएस सूत्रों का कहना है कि मार्च महीने तक बंद पड़ी सभी शाखाओं को खोलने का निर्देश दिया गया है।
आरएसएस के प्रांत प्रचार प्रमुख विप्लव राय ने बताया- 'यात्री परिवहन की जटिलता एवं एकाधिक समस्या के कारण बंगाल में हमारी आधी से अधिक शाखाएं बंद हो गई हैं। उन्हें द्रुत गति से चालू करने का निर्देश दिया जा रहा है। राजनीति व विधानसभा चुनाव से इसका कोई लेना-देना नहीं है।'
उन्होंने आगे कहा-'वाममोर्चा के 34 वर्षों के शासन के दौरान बंगाल में आरएसएस की शाखाओं की संख्या 1,000 के आसपास थी, जो वर्तमान में 3,000 के करीब है।