बंगाल विस चुनाव नतीजों के बाद से भाजपा से दूरी बनाकर चल रहे राजीव बनर्जी, तृणमूल में वापसी की जुगत!
विस चुनाव के नतीजों की घोषणा के बाद से बंगाल भाजपा की किसी बैठक में शामिल नहीं हुए राजीव।2016 के विधानसभा चुनाव में हावड़ा की डोमजूड़ सीट पर एक लाख से अधिक वोट से जीतने वाले राजीव इस बार उसी सीट पर 40000 से अधिक वोट से हार गए।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए राजीव बनर्जी अब अपनी पुरानी पार्टी में लौटने की कोशिश में हैं। तृणमूल व भाजपा के कुछ नेता यह दावा कर रहे हैं।उनके दावे की ठोस वजह भी है। सूत्रों से पता चला है कि राजीव विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा के बाद से अब तक यानी पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय से भाजपा से दूरी बनाकर चल रहे हैं। वे इस दौरान बंगाल भाजपा की किसी बैठक में भी शामिल नहीं हुए।
सूत्र आगे बताते हैं कि राजीव ने पहले अपने कुछ करीबियों के जरिए तृणमूल के नेताओं से संपर्क करने की कोशिश की और अब खुद भी संपर्क कर रहे हैं। गौरतलब है कि 2016 के विधानसभा चुनाव में हावड़ा की डोमजूड़ सीट पर एक लाख से अधिक वोट से जीतने वाले राजीव इस बार उसी सीट पर 40,000 से अधिक वोट से हार गए। भाजपा हावड़ा की 16 विधानसभा सीटों पर जीत को लेकर राजीव के भरोसे थी लेकिन राजीव अपनी सीट ही नहीं बचा पाए। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राजीव ने चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली जाकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के घर पर भाजपा का झंडा थामा था। चुनाव से पहले भाजपा ने उन्हें काफी अहमियत भी दी थी। विभिन्न उम्मीदवारों के चयन को लेकर हुई बैठक में भी उन्हें शामिल किया गया था।
राजीव को तृणमूल में वापस लेने को लेकर पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा-' विधानसभा चुनाव से पहले जो लोग पार्टी छोड़कर गए थे, उन्हें वापस लेने पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। घोष ने मजाकिया लहजे में कहा कि चुनाव से पहले जिन लोगों का तृणमूल में दम घुट रहा था, उनका वापस आने पर फिर से दम घुटने लगा तो तृणमूल भाजपा के कार्यालय में ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं भेज पाएगी।
राजीव से खफा हैं रुद्रनील घोष व वैशाली डालमिया
भाजपा में शामिल हुए रुद्रनील घोष व वैशाली डालमिया भी राजीव से बेहद खफा हैं। वैशाली ने कहा कि हाल में उनके बेटे पर हमला हुआ। भाजपा के कई नेताओं ने खोज-खबर ली। बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी तो उनके घर तक आए लेकिन राजीव ने एक बार भी उन्हें फोन नहीं किया। हाल में भवानीपुर इलाके में हमले का शिकार हुए रुद्रनील घोष ने भी कहा कि पार्टी के कई नेताओं ने उनका हालचाल पूछा लेकिन राजीव ने उन्हें एक बार भी फोन नहीं किया।