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न्यूटाउन में जनता व पुलिस में संघर्ष, तनाव

-कीर्तन की माइक बंद कराने से भड़के लोग, प्रदर्शनकारियों ने लगाई पुलिस की गाड़ी में आग जा

By JagranEdited By: Published: Thu, 14 Feb 2019 07:40 PM (IST)Updated: Thu, 14 Feb 2019 07:40 PM (IST)
न्यूटाउन में जनता व पुलिस में संघर्ष, तनाव

-कीर्तन की माइक बंद कराने से भड़के लोग, प्रदर्शनकारियों ने लगाई पुलिस की गाड़ी में आग

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जागरण संवाददाता, कोलकाता : महानगर के न्यूटाउन थाना इलाके के पाथरघाटा ग्राम पंचायत क्षेत्र में कीर्तन की माइक बंद कराने से भड़के लोगों ने पुलिस से हाथापाई की। वहीं स्थानीय लोगों का आरोप है कि मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने बिना कुछ जाने समझे ही उन्हें मारना शुरू कर दिया। इससे नाराज लोगों ने पूरे इलाके की सड़क जाम कर जनप्रतिनिधियों को घेर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं इस दौरान पुलिस कर्मियों के साथ हाथापाई भी हुई। मिली जानकारी के मुताबिक पाथरघाटा ग्राम पंचायत क्षेत्र में हजारों साल पुराना राधा कृष्ण का मंदिर है, जहां हर साल तीन दिवसीय कीर्तन का आयोजन किया जाता है। बुधवार को यह कीर्तन शुरू हुआ था व शुक्रवार शाम तक चलना था। लेकिन आरोप है कि बुधवार शाम बड़ी संख्या में पुलिस की टीम कीर्तन स्थल पर पहुंची और अष्टयाम के लिए लगाए गए माइक को तुरंत बंद करने के लिए कहा। पुलिस का कहना था कि माध्यमिक परीक्षा चल रही है और माइक बजाकर कीर्तन नहीं किया जा सकेगा। इसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस के आदेश को मान भी लिया और माइक को बंद भी कर दिया। लोग बैठकर बिना माइक के ही कीर्तन के लिए तैयार हुए लेकिन पुलिस ने इससे भी रोका और कहा कि बिना माइक के भी आप कीर्तन नहीं कर सकते हैं और जो लोग कीर्तन करेंगे उन्हें पकड़ कर थाने ले जाया जाएगा। हालांकि लोगों ने पुलिस को समझाने की भरपूर कोशिश की, बावजूद इसके पुलिस अपने रूख पर अडिग रही। स्थानीय लोगों की ओर से बार-बार इस बात को कहा जाता रहा कि हजारों सालों से यह परंपरा चली आ रही है व इसे नहीं तोड़ा जा सकता। यह हमारी पूजा है। लेकिन पुलिस वाले नहीं माने और कीर्तन कर रहे लोगों को मारने-पीटने लगे। यहा तक कि मंदिर परिसर व आसपास मौजूद घरों में भी तोड़फोड़ शुरू कर दी। इसके बाद हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर गए। हालात को भाप कर पुलिसकर्मी तो वहा से भाग निकले, लेकिन लोगों ने रातभर सड़क जाम रखा। वहीं गुरुवार सुबह तक पूरे इलाके में तनाव की स्थिति बनी रही। लोगों ने टायर जलाकर सड़कों पर प्रदर्शन भी किया। इतना ही नहीं किसी वाहन व जनप्रतिनिधि को गाव में घुसने तक नहीं दिया जा रहा है। वहीं बताया गया कि रात के समय लोगों को रोकने के लिए पहुंची पुलिस की टीम को स्थानीय लोगों के आक्रोश का शिकार होना पड़ा व प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस कर्मियों संग हाथापाई भी की। इतना ही नहीं आरोप है कि पुलिस की गाड़ी में प्रदर्शनकारियों द्वारा आग लगा दी गई। हालाकि लोगों का कहना है कि हजारों साल पुरानी परंपरा को जबरदस्ती रोकने व मंदिर में तोड़फोड़ करने के बावजूद पुलिसकर्मी गाव वालों को गिरफ्तार करने पर आमादा थे। इसीलिए लोगों ने एक होकर उन्हें वहां खदेड़ा है।


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