रोज वैली घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने प्रोसेनजीत चटर्जी को किया तलब Kolkata News
ईडी ने रोज वैली घोटाला मामले में तृणमूल कांग्रेस के नेता मदन मित्रा से कल पूछताछ के बाद रोज वैली मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने प्रोसेनजीत चटर्जी को तलब किया है।
कोलकाता, एएनआई। ईडी ने रोज वैली घोटाला मामले में तृणमूल कांग्रेस के नेता मदन मित्रा से कल पूछताछ के बाद रोज वैली मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने प्रोसेनजीत चटर्जी को तलब किया है। उन्हें 19 जुलाई को ईडी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।
जानकारी हो कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मदन मित्रा से रोज वैली घोटाले के सिलसिले में सोमवार को पूछताछ की। बताया कि मित्रा से इस सिलसिले में पहली बार पूछताछ की गई और उनके बयान दर्ज किये गये। सूत्रों ने बताया कि उनसे चार घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई। करोड़ों रुपये के शारदा पोंजी घोटाला मामले में कथित रूप से जुड़े होने के लिए केन्द्रीय जांच ब्यूरो ने मित्रा को 2014 में गिरफ्तार किया था। जमानत मिलने से पहले वह 21 से अधिक महीनों तक जेल में रहे थे। ईडी के अनुमान के मुताबिक, रोज वैली घोटाला सारदा पोंजी घोटाले का कम से कम पांच गुना अधिक है। एजेंसी ने उसके अध्यक्ष गौतम कुंडू को गिरफ्तार किया था और होटलों तथा रिसॉर्ट समेत उनकी 2,300 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की थी।
तृणमूल कांग्रेस की सांसद शताब्दी रॉय को भी प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने समन भेजा है। शताब्दी रॉय का नाम पश्चिम बंगाल के रोज वैली स्कैम में सामने आ रहा है। प्रवर्तन निदेशालय ने शताब्दी रॉय को 12 जुलाई को ईडी कोर्ट में पेश होने को कहा है।
ईडी का मानना है कि रोज वैली घोटाला, सारदा पोंजी घोटाले से ज्यादा बड़ा घोटाला है। रोज वैली चिटफंड घोटाले में रोज वैली ग्रुप ने लोगों से दो अलग-अलग स्कीम का लालच दिया और आम लोगों का पैसा हड़प लिया।
हॉलिडे मेंबरशिप स्कीम के नाम पर लोगों को ज्यादा रिटर्न देने का झांसा देकर रोजवैली ग्रुप ने करीब 1 लाख निवेशकों को 15 हजार करोड़ रुपये का चूना लगा दिया। रोजवैली ग्रुप के प्रबंध निदेशक शिवमय दत्ता इस घोटाले के मास्टरमाइंड बताए जाते हैं। इस घोटाले के तार बॉलीवुड और रिएल स्टेट कारोबारियों से जुड़े होने के आरोप हैं। रोजवैली घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने इस केस में दिसंबर 2016 में टीएमसी के सांसद तापस पॉल को गिरफ्तार किया था। जबकि इस केस में जनवरी 2017 में गिरफ्तार सुदीप बंदोपाध्याय टीएमसी के दूसरे सांसद थे। टीएमसी सांसद मुकुल रॉय का नाम रोजवैली घोटाले में भी सामने आया था।