President Election 2022: चुनाव प्रचार और इन 70 वोटों के लिए कोलकाता आ सकती हैं द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू जुलाई के दूसरे सप्ताह में कोलकाता आ सकती हैं। कोलकाता में वह चुनाव प्रचार के लिए आएंगी और राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट मांगेंगी। राष्ट्रपति चुनाव में बंगाल के एक विधायक के चुनावी अंक 151 हैं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। President Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए (National Democratic Alliance) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) जुलाई के दूसरे सप्ताह में कोलकाता आ सकती हैं। कोलकाता में वह चुनाव प्रचार के लिए आएंगी और राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट मांगेंगी।
सूत्रों के मुताबिक द्रौपदी दक्षिणी राज्य केरल को छोडक़र लगभग सभी राज्यों का दौरा करने की कोशिश करेंगी। राष्ट्रपति चुनाव में बंगाल के एक विधायक के चुनावी अंक 151 हैं, जो देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आठवां है। पांच विधायकों के पार्टी छोडऩे के बाद बंगाल विधानसभा में भाजपा के पास 70 सीटें हैं। उनके बंगाल आने का कार्यक्रम इन विधायकों के वोट सुनिश्चित करने के लिए तय किया गया है। इसके साथ ही द्रौपदी मुर्मू तृणमूल सुप्रीमो और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) और उनकी पार्टी से भी वोट मांगेंगी। इस कड़ी में पिछले दिनों मुर्मू खुद ममता बनर्जी से फोन पर बात की थीं। उन्होंने ममता बनर्जी से उनका समर्थन मांगा था। हालांकि ममता बनर्जी ने उन्हें अपनी तरफ से शुभकामनाएं दीं। लेकिन समर्थन पर हामी नहीं भरीं।
सुवेंदु को वोट सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी :
पार्टी की ओर से नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) यह सुनिश्चित करने का काम सौंपा गया है कि भाजपा विधायक द्रौपदी को वोट दें। वह भाजपा की केंद्रीय स्तर की बैठक में भाग लेने के लिए दो या तीन जुलाई को हैदराबाद जाएंगे। सुवेंदु अधिकारी के हैदराबाद से लौटते ही द्रौपदी मुर्मू कोलकाता आएंगी। विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत भी वोट मांगने कोलकाता आएंगे। हालांकि अभी उनके आने की तारीख तय नहीं हुई है।
साल 2016 में कोविन्द नहीं आए थे कोलकाता, मीरा कुमार को मिला था समर्थन
बता दें कि निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द (President RamNath Kovind) 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए खेमे के उम्मीदवार थे, लेकिन वह वोट मांगने बंगाल नहीं आए थे। क्योंकि उस समय बंगाल विधानसभा में भाजपा के विधायकों की संख्या सिर्फ तीन थी। हालांकि वोटों की गिनती के बाद कोविन्द को बंगाल से 13 वोट मिले। जबकि विपक्ष की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार (Meera Kumar) कोलकाता आईं थीं। भाजपा के अलावा तृणमूल, कांग्रेस और वाममोर्चा के सांसदों और विधायकों का वोट मीरा कुमार को मिला था।