बंगाल में प्रदर्शन के दौरान पगड़ी विवाद में आए सिख के पास राजौरी में मान्य अस्त्र लाइसेंस : पुलिस
विवाद उस समय पैदा हो गया था जब आठ अक्टूबर को भाजपा द्वारा सचिवालय तक निकाले गए मार्च में शामिल सिख युवक की पुलिस पिटाई करती हुई दिखी और घटना की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल पुलिस ने बताया है कि पिछले हफ्ते गिरफ्तार करते वक्त जिस सिख सुरक्षा गार्ड की पगड़ी कथित तौर पर गिर गई थी, उसके पास शस्त्र लाइसेंस है जो केवल जम्मू-कश्मीर के राजौरी में ही वैध है। पुलिस ने बताया कि उसे गैर कानूनी तरीके से सभा करने और पिस्तौल रखने के आरोप में पकड़ा गया है।
हावड़ा पुलिस आयुक्त कार्यालय ने सिलसिलेवार ट्वीट कर लोगों से आह्वान किया कि वे सोशल मीडिया पर गलत पोस्ट पर भरोसा नहीं करें क्योंकि मामले की अभी जांच चल रही है। उल्लेखनीय है कि विवाद उस समय पैदा हो गया था जब आठ अक्टूबर को भाजपा द्वारा सचिवालय तक निकाले गए मार्च में शामिल सिख युवक की पुलिस पिटाई करती हुई दिखी और घटना की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी।
सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि धक्का-मुक्की के दौरा पुलिस ने सिख व्यक्ति की पगड़ी खींची। व्यक्ति की पहचान पंजाब के बठिंडा निवासी 43 वर्षीय बलविंदर सिंह के तौर पर हुई है। उसे पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले बलविंदर की पत्नी व बेटे ने बुधवार को बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात कर न्याय की मांग की थी।
राज्यपाल भी इस घटना को राज्य सरकार से कई बार कह चुके हैं कि गलत को सही ठहराने की कोशिश नहीं की जानी चाहिए और बलविंदर से केस वापस लेकर उसे रिहा किया जाना चाहिए। बताते चलें कि बलविंदर फिलहाल हावड़ा सिटी पुलिस की हिरासत में हैं।